यूपी: मोदी सरकार ने तीन शख्सियतों को भारत रत्न देने का ऐलान किया है। इनमें पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह, नरसिम्हा राव और मशहूर वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथन शामिल हैं। सरकार के इस ऐलान के बाद अब बहुजन समाज पार्टी की चीफ और यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने नई मांग छेड़ दी है।
पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा जिन भी हस्तियों को भारत रत्न से सम्मानित किया गया है, उनका स्वागत है। लेकिन इस मामले में खासकर दलित हस्तियों का तिरस्कार एवं उपेक्षा करना उचित नहीं है। सरकार को इस ओर भी ध्यान देना चाहिए ।उन्होंने कहा है कि केंद्र सरकार को दलितों का उत्थान करने वाले नेता कांशीराम को भी भारत रत्न देना चाहिए।
उन्होंने एक्स पर जारी बयान में कहा कि बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर को लंबे इंतजार के बाद वीपी सिंह की सरकार में भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। उसके बाद दलित व उपेक्षितों के मसीहा कांशीराम का इनके हितों में किया गया संघर्ष कोई कम नहीं है। उन्हें भी भारत रत्न से सम्मानित किया जाए।
मायावती ने कहा कि कांशीराम ने किसानों के अधिकार और उनके कल्याण के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया था। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हों या देश के गृहमंत्री और यहां तक कि एक विधायक के रूप में भी, उन्होंने हमेशा राष्ट्र निर्माण को गति प्रदान की। वे आपातकाल के विरोध में भी डटकर खड़े रहे। हमारे किसान भाई-बहनों के लिए उनका समर्पण भाव और इमरजेंसी के दौरान लोकतंत्र के लिए उनकी प्रतिबद्धता पूरे देश को प्रेरित करने वाली है।
