चेक गणराज्य की खिलाड़ी बारबोरा क्रेजीकोवा ने शनिवार को यहां रोलां गैरों में जारी फ्रेंच ओपन का महिल एकल खिताब जीत लिया। 40 साल के बाद किसी चेक महिला ने यह खिताब जीता है। वर्ल्ड नम्बर-33 बारबोरा ने फाइनल मुकाबले में वर्ल्ड नम्बर-31 रूस की अनास्तासिया पाव्लुचेंकोवा को 6-1, 2-6, 6-4 से हराया। अनास्तासिया भी अपना पहला ग्रैंड स्लैम जीतने के लिए प्रयासरत थीं। बारबोरा से पहले 1981 में हाना मेंडलिकोवा ने फ्रेंच ओपन खिताब जीता था।
क्रेजीकोवा और कैटेरिया सिनियाकोवा पहले ही दो ग्रैडस्लैम युगल खिताब जीत चुकी हैं और अब उन्हें फाइनल खेलना है। अनास्ताासिया के कैरियर का यह पहला ग्रैंडस्लैम फाइनल था। दूसरे सेट में उन्हें बाएं पैर में चोट का उपचार कराना पड़ा। क्रेजीकोवा के कैरियर का यह दूसरा डब्ल्यूटीए एकल खिताब है। उसने पिछले महीने फ्रांस के स्ट्रासबर्ग में खिताब अपने नाम किया था।
फ्रेंच ओपन महिला वर्ग में लगातार छठी बार कोई नई चैम्पियन बनी है।अनास्ताासिया के करियर का यह पहला ग्रैंड स्लैम फाइनल था। दूसरे सेट में उन्हें बाएं पैर में चोट का उपचार कराना पड़ा। क्रेजीकोवा के कैरियर का यह दूसरा डब्ल्यूटीए एकल खिताब है। उसने पिछले महीने फ्रांस के स्ट्रासबर्ग में खिताब अपने नाम किया था। फ्रेंच ओपन महिला वर्ग में लगातार छठी बार कोई नयी चैम्पियन बनी है।
दूसरी वरीयता प्राप्त और चार बार की ग्रैंड स्लैम विजेता नाओमी ओसाका ने एक मैच के बाद मानसिक स्वास्थ्य का हवाला देकर नाम वापिस ले लिया था।