कोरोना वायरस को लेकर पूरी दुनिया में बेरोजगारी फैली हुई है , चीन भारतीयों पर इसकी खुन्नस निकाल रहा है। दोनों देशों के बीच रिश्ते पहले से तल्ख थे, अब संक्रमण काल के बाद आए आर्थिक संकट के बहाने वह भारतीयों को नौकरी से निकालकर उनकी जगह चीनियों को रख रहा है।
अलीगंज निवासी अदनान कई वर्षों से चीन के शंघाई में इंजीनियर के रूप में सेवा दे रहे थे। कंपनी ने पहले उन्हें वर्क फ्रॉम होम के बहाने भारत भेजा और फिर अचानक ई-मेल भेज दिया कि 31 मई से आपकी सेवाएं समाप्त की जा रही हैं। खास बात है कि नौकरी से निकालने का उन्हें कोई कारण तक नहीं बताया गया।
अचानक नौकरी छीन लिए जाने से परेशान अदनान का घरेलू सामान भी चीन में फंसा हुआ है। कंपनी इसे भारत भेजने का खर्च भी उनसे ही मांग रही है।अदनान ने बताया कि पिछले साल चीन में संक्रमण खत्म होने के बाद वे नौकरी पर शंघाई लौटे। हालांकि, इस बार हालात बदल चुके थे।
अदनान ने बताया कि कंपनी ने उन्हें नौकरी से निकालकर स्थानीय नागरिक जियांग जॉनी को रख लिया। वहीं, उनके साथ गुजरात के हर्षल और केरल के प्रदीप को भी बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। अदनान ने बताया कि वे अफ्रीका और सिंगापुर में भी नौकरी कर चुके हैं, लेकिन चीन जैसा खराब बर्ताव उनके साथ कहीं नहीं हुआ। न जाने और कितने भारतीयों ने मजबूरन चीन से अपने देश की राह पकड़ी होगी।