भारत सरकार द्वारा मानव संसाधन विकास के अंतर्गत महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण शिमंत्रालयक्षा परिषद द्वारा दिनाँक 2 जुलाई, 2021 को लखनऊ विश्वविद्यालय के साथ संयुक्त रूप से एक कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें सभी विश्वविद्यालयों और संस्थानों के शिक्षकों और छात्रों को कोरोना काल की इन विषम परिस्थितियों में आगे बढ़कर कोविड हेल्पर ग्रुप के रूप में सहभागिता लेने हेतु नेहा डागर, महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण शिक्षा परिषद, द्वारा आहवाहन किया गया। इस एकदिवसीय कार्यशाला का उद्देश्य ईच वन, रीच वन के साथ कैसे सभी अपने घरों में रहकर भी जमीनी स्तर से जुड़े रहकर ग्रामीण परिवेश के साथ ही साथ शहरी जीवन में कोविड से पीड़ित लोगों को सहानुभूति के अतिरिक्त जो भी आवश्यक मदद हो, देने हेतु प्रेरित किया गया।
भारत सरकार द्वारा कोरोना से बचाव की इस मुहिम से जुड़कर विभिन्न संस्थानों से जुड़े समस्त शिक्षकों और विद्यार्थियों को कोरोना हेल्पर ग्रुप के माध्यम से आस-पास मौजूद चिकित्सीय सुविधाओं के रूप में बेड, वेंटिलेटर, आई. सी. यू., रक्त एवं प्लाज़्मा डोनेशन की उपलब्धता के अतिरिक्त विभिन्न समाज सेवी संस्थाओं से जुड़े लोगों एवं व्यक्तिगत तौर पर समाज सेवा में कार्यरत जनों को’मानव सेवाहि परमो धर्म: को चरितार्थ करते हुए आगे बढ़कर अपनी सेवाएं प्रदान करने हेतु आग्रह किया। कार्यक्रम में शिक्षा विभाग की विभागाध्यक्ष प्रोफ़ेसर तृप्ता त्रिवेदी, कार्यक्रम की समन्वयक डॉ अर्पणा गोडबोले के अतिरिक्त विभिन्न संस्थानों के शिक्षकों, शोधार्थियों एवं शिक्षार्थियों ने कार्यशाला में बढ़चढ़कर भाग लिया।