श्री विशेषर सिंह, सिंह स्मारक विद्या मंदिर सितुहियाँ का मामला, न्यायालय के आदेश के पालन कराने हेतु पुलिस रोक लगाती रही।दबंग अवैध निर्माण कराता रहा।
कप्तानंगज,क़ुशीनगर: हाटा तहसील के अहिरौली बाजार थाना क्षेत्र के ग्राम सभा सितुहियाँ निवासी समाज सेवी एवं बरिष्ठ पत्रकार डा0 नर्वदा सिंह अपने सभी पाँच भाइयों से मौखिक समझौता कर भलुही गाँव स्थित अराजी न0 1161रकवा 25 डी0 में स्कूल चलाता है।जिसमें 3 पक्के मकान,दो2छत लगाने के कगार पर तथा 7 टीन शेड कमरे थे।स्कूल में बिशाल खेल मैदान था।और सरकार द्वारा स्थायी मान्यता प्राप्त है।
वर्ष 1984 में प्रारम्भ कर स्कूल 2010 तक निर्विघ्न चलता रहा।यहाँ तक कि तत्कालीन मुलायम सरकार में मान्यता प्राप्त गैर सहायिक प्राथमिक व उच्च प्राथमिक अप्रशिक्षित शिक्षकों बी टी सी पत्राचार प्रशिक्षण के तहत इस स्कूल के शिक्षकों को भी प्रशिक्षण लाभ मिला।परन्तु प्रशिक्षण का लाभ लेते हुए सह खातेदार जगदीश ने चोरी से अपने हिस्से का चन्द्रावती पत्नी वीरेंद्र को 2डी0,मीरा पत्नी राजेश को 2डी0 तथा राजेश पुत्र बलवंत को 1डी0 वर्ष2010 में कुल 5डी0 सम्पूर्ण हिस्सा रजिस्ट्री कर दिया।जिसके खिलाफ मा0 न्यायालय कसया में वाद दायर कर मु0 संख्या 302/2012 के तहत स्थगन आदेश प्राप्त हुआ जो आज भी प्रभावी है।इधर विवादित राजेश पुत्र बलवंत वाली जमीन को जगदीश ने 2017 में अंजलि पत्नी सन्दीप को रजिष्ट्री कर दिया।जानकारी होने पर उक्त बैनामे के खिलाफ आपत्ति स्कूल के प्रबन्धक नर्वदा सिंह द्वारा तहसील में डालते हुए ज्ञात कराया गया कि हिस्सा से अधिक अंजलि ने बैनामा कराई है जो न्याय संगत नहीं है।अगले दिन नर्वदा सिंह द्वारा उक्त भूमि पर डाले गए टीन शेड को उजाड़ फेंक कर अपना निर्माण शुरू करा दी।कोर्ट के आदेश का अनुपालन कराने हेतु पुलिस आई और निर्माण कार्य रोकवा दी।नींव निर्माण के बाद जब दीवाल का काम शुरू हुआ तब भी पुलिस आ कर काम रूकवाई।जब छत के लिए शटरिंग कार्य शुरू हुआ तब डायल 100 आ कर आदेश के अनुपालन में काम बंद कराई।परन्तु रात में 5 राज मिस्त्री,और 20 लेबरों के माध्यम से छत लगवा लिया।और कानून को ठेंगा दिखा दिया।हद तो तब हो गई। जब कण कण का हिसाब रखने वाले राजस्व विभाग आँख पर पट्टी बांध कर 4 डी0 हिस्सा से अधिक जमीन का आपत्ति होते हुए भी खारिज डाखिल कर दिया।जबकि अंजलि के खिलाफ 4 बार तहसील दिवस में शिकायत की गयी है।और कई बार उपजिलाधिकारी द्वारा स्थगन वाली जमीन पर आदेश का अनुपालन कराये जाने का आदेश प्राप्त है।सभी आदेशों का अवहेलना करते हुए अंजलि पूरा मकान बनवा लिया।कहते हैं न कि भगवान की लाठी बेआवाज होती है।सत्य परीशां होती है उसका पराजय नहीं होता। होता।प्रबन्धक कानून पर भरोषा और विश्वास किया।और उसी तहसील से वाद निस्तारण तक पूर्व आदेश निरस्त कर दिया गया।अब अंजलि का पति सन्दीप पुत्र खूबलाल कुछ गुंडों के साथ मिलकर प्रबन्धक व पत्रकार को जान से मारने की धमकी दे रहा है।इसकी जानकारी मुकामी पुलिस के अलावा अन्य बरिष्ठ अधिकारियों ओ को पंजीकृत पत्रों के माध्यम से अपनी सुरक्षा की मांग किया है।और कहा कि अगर उनपर कोई हमला होता है तो उसकी सारी जिम्मेदारी सीधे सीधे सन्दीप,खूबलाल और कई अन्य की होगी।