लोकसभा चुनाव: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए मायावती की पार्टी बसपा का एनडीए में शामिल होने की चर्चाएं जोर पकड़ रही हैं। लोकसभा चुनाव में एकाएक बसपा गेम चेंजर के रूप में सामने आ रही है। मायावती के लगातार इनकार के बाद भी बसपा का इंडिया गठबंधन में जाने की चर्चाएं शुरू हो गई है। कांग्रेस, सपा और बसपा ने अगर साथ में चुनाव लड़ा तो सियासी समीकरण बदल जाएंगे। अधिकतर सीटों पर भाजपा के साथ सीधा मुकाबला होगा।
कांग्रेस, बसपा और सपा ने अगर साथ मिलकर चुनाव लड़ा तो सियासी मुकाबलों में नया मोड़ आएगा। यही नहीं नए सिरे से टिकट बंटवारा और प्रत्याशियों को इधर-उधर भेजकर चुनाव लड़ाने की संभावना भी है। पूर्व मुख्यमंत्री मायावती अकेले चुनाव लड़ने का एलान कर चुकी है, लेकिन इसके बावजूद बसपा के इंडिया गठबंधन के साथ जाने की चर्चा चल रही है। अगर ऐसा हुआ तो सियासी समीकरण बदलते हुए देर नहीं लगेगी। अधिकतर सीटों पर भाजपा के साथ सीधा मुकाबला होगा।
मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट पर भाजपा ने वर्तमान में केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. संजीव बालियान और सपा ने पूर्व सांसद हरेंद्र मलिक को प्रत्याशी घोषित कर दिया है। अब इंतजार सिर्फ बसपा के अगले कदम का है। बसपा अगर अकेले चुनाव लड़ती है तो त्रिकोणीय मुकाबला होगा, लेकिन अगर इंडिया गठबंधन के साथ खड़ी होती है तो सीधे मुकाबले के आसार बन जाएंगे।
बसपा, सपा और कांग्रेस के एक साथ चुनाव मैदान में आते ही मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट पर दलित-मुस्लिम एवं अन्य मतों का मजबूत समीकरण बनेगा। अगर बसपा विपक्ष के गठबंधन में आती है तो पश्चिम यूपी की कई सीटों पर प्रत्याशियों में फेरबदल की संभावना बनेगी। यही वजह है कि फिलहाल कांग्रेस, बसपा और सपा ने अपने प्रत्याशियों की नई सूची जारी नहीं की है।