हमारे जीवन मे डॉक्टरों की क्या अहमियत हैं ये हमे बताने की जरूरत नही हैं, ये हमे कोरोना महामारी मे भली भाँति ज्ञात हो गया है l चूंकि कोरोनावायरस का प्रकोप पहली बार 2019 में सामने आया था, इसलिए दुनिया भर के डॉक्टर संघर्ष की अग्रिम पंक्ति में हैं। चौबीसों घंटे काम करने से लेकर रोगियों को अपने प्रियजनों के नुकसान से निपटने में मदद करने तक, डॉक्टरों ने हमारे जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
आखिर 1 जुलाई को नेशनल डॉक्टर्स दिवस मनाने के पीछे वजह क्या है?
आज राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस (National Doctors’ Day) है। हर वर्ष 1 जुलाई को नेशनल डॉक्टर्स डे मनाया जाता है ,इस दिन हम ‘भारत रत्न’ बिधान चंद रॉय को सलाम करते हैं। विधान चंद्र रॉय की जयंती और पुण्यतिथि एक जुलाई को होती हैं, डॉक्टर रॉय ने मॉडर्न मेडिसिन में भारतीयों का विश्वास बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई। वह महात्मा गांधी के दोस्त और उनके निजी डॉक्टर थे। आजादी से पहले, डॉ रॉय जब बंगाल की सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्था का हिस्सा थे तब जरूरत पड़ने पर नर्स की ड्यूटी भी करते थे। खाली वक्त मिलता तो प्राइवेट में मरीजों को देखते, बेहद मामूली फीस लेकर। उनकी जयंती को भारत ‘डॉक्टर्स डे’ (National Doctors’ Day ) के रूप में मनाता है।
आनंदी बाई जोशी भारत की पहली महिला चिकित्सक, आनंदीबाई गोपालराव जोशी, एक ऐसा नाम है जिसे याद रखने, सम्मानित और सम्मानित करने की आवश्यकता है।