रेलवे बोर्ड के प्रोजेक्ट मिशन रफ्तार के तहत ट्रेनों की स्पीड बढ़ाने पर लगातार काम चल रहा है। कोरोना काल में रेलवे की आधारभूत संरचना सुधारने के बाद जोन के महत्वपूर्ण रेल मार्गों पर ट्रेनों की स्पीड बढ़ा दी गई है। अधिकांश ट्रेनों की स्पीड बीते दो माह के दौरान ही बढ़ी है। कोरोना काल के पहले एनसीआर जोन में सिर्फ 774 ट्रेनों में से 132 ट्रेनों की ही अधिकतम स्पीड 130 किमी प्रतिघंटा थी।
उत्तर मध्य रेलवे (एनसीआर) जोन ने रेलवे बोर्ड के मिशन रफ्तार को ‘रफ्तार’ देनी शुरू कर दी है। कोरोना काल में रेलवे ने अपने इंफ्रास्ट्रचर को सुधारते हुए जोन में चल रही 642 में से फिलहाल 418 ट्रेनों की अधिकतम स्पीड 110 से बढ़ाकर अब 130 किलोमीटर प्रतिघंटा कर दी है। अब सिर्फ 224 ट्रेन ही ऐसी रह गई हैं जिनकी स्पीड 110 किमी प्रतिघंटा तक ही है। रेलवे का दावा है कि अगले कुछ माह के दौरान जोन में चलने वाली तकरीबन सभी ट्रेनों की स्पीड 130 किमी तक कर दी जाएगी।
रेलवे का विद्युतीकरण पर भी जोर है। अभी हाल ही में डीजल इंजन से चलने वाली नौ ट्रेनों में इलेक्ट्रिक इंजन लगाया गया है।