लखनऊ : प्रदेश में करीब छह हजार चिकित्सकों के पद खाली हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से करीब 3300 नियमित पदों के लिए चयन प्रस्ताव शासन को भेजा गया था। ये सभी पद विशेषज्ञ चिकित्सक के हैं। लेकिन अब तक इन पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया शुरू नहीं हो पाई है। ऐसे में अस्पातलों में चिकित्सकों की कमी से मरीजों का इलाज प्रभावित हो रहा है। इस समस्या से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने संविदा के आधार पर चिकित्सकों की भर्ती की रणनीति बनाई है।
इसके तहत बीते 16 जून से 30 जून तक संविदा पर भर्ती के लिए आवेदन मांगे गए थे। इन आवेदनों के आधार पर वरीयता सूची तैयार की गई है। इनमें से 252 विशेषज्ञ चिकित्सकों और 1308 एमबीबीएस चिकित्सकों की तैनाती का फैसला लिया गया है। विशेषज्ञ चिकित्सक पद के लिए दो अगस्त तक साक्षात्कार हो चुके हैं। इसमें करीब 50 बाल रोग विशेषज्ञ चयनित भी हो गए हैं।
इसी तरह 1308 एमबीबीएस चिकित्सकों के हर दिन करीब 50 चिकित्सकों के साक्षात्कार लिए जा रहे हैं। आठ अगस्त तक यह प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की कोशिश है कि 15 अगस्त के बाद सभी चिकित्सकों को अस्पतालों में तैनाती दे दी जाए। प्रदेश में जिला अस्पताल से लेकर सीएचसी तक में डॉक्टरों की जल्द ही कमी दूर होगी।