किसान आंदोलन: एक बार फिर शंभू बॉर्डर पर रेलवे ट्रैक पर डटे किसान, ट्रेनों का संचालन हुआ प्रभावित

किसान आंदोलन: एक बार फिर शंभू बॉर्डर पर डटे किसानों ने अपना आंदोलन तेज कर दिया है। किसानों ने आंदोलन के दौरान गिरफ्तार किए गए लोगों की रिहाई की मांग को लेकर आज 17 अप्रैल से शंभू बॉर्डर पर रेल रोको अनिश्चितकालीन आंदोलन शुरू कर दिया है। किसानों का कहा है कि जब तक उनके गिरफ्तार किए गए किसान भाइयों को रिहा नहीं किया जाएगा, जब तक रेल रोको आंदोलन जारी रहेगा। आंदोलन के दौरान 9 किसानों समेत 12 लोगों की मौत भी हुई। इसके अलावा पुलिस ने कई किसानों को गिरफ्तार भी किया।

शंभू बार्डर पर धरना दे रहे किसानों ने बुधवार को अंबाला-लुधियाना रेल मार्ग बाधित कर दिया। लगभग दो हजार किसान 12 बजे के करीब शंभू रेलवे स्टेशन पर पहुंच गए। ऐसे में अंबाला कैंट रेलवे स्टेशन से गुजरने वाली 81 ट्रेनों का आवागमन प्रभावित हुआ। प्रदेश के विभिन्न जिलों से परिवार समेत किसान यहां जमा हुए। इसके बाद दोपहर करीब 12 बजे किसानों ने अंबाला-लुधियाना रेल मार्ग बाधित कर दिया।

इस दौरान सुरक्षा कारणों से 18 ट्रेनें पूर्णरूप से रद्द कर दी गईं, जबकि आठ ट्रेनों को बीच रास्ते में रद्द करना पड़ा। वहीं नौ ट्रेनों को बीच रास्ते में रोककर वापस लौटाया गया। इसके अलावा 46 ट्रेनों को बदले मार्ग से गंतव्य की ओर रवाना किया गया। ट्रेनों का संचालन प्रभावित होने से रेलयात्रियों को विभिन्न मुश्किलों का सामना करना पड़ा।

इससे पहले पंजाब पुलिस के जवानों ने किसानों को रोकने की काफी कोशिश की, लेकिन वो कामयाब नहीं हो पाए।
बता दें कि पंजाब-हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर 13 फरवरी, 2024 से किसान का आंदोलन चल रहा है। यहां किसान अभी भी अपनी मांगों को लेकर डटे हुए हैं। MSP पर गारंटी की मांग कर रहे किसानों ने इस दौरान कई बार दिल्ली आने की कोशिश की, लेकिन इस बार पुलिस ने उन्हें आगे नहीं बढ़ने दिया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *