स्वास्थ्य मंत्रालय: बुधवार को मंत्रालय ने राज्य व केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को लिखे पत्र में कहा है कि हाल ही में चौथा सीरो सर्वे राष्ट्रीय स्तर पर हुआ हैl इसमें 70 जिलों में एंटीजन किट्स का इस्तेमाल करते हुए कोरोना के खिलाफ शरीर में बनने वाले एंटीबॉडी का पता लगाया गया था लेकिन इस सर्वे के आधार पर पूरे देश की स्थिति का सही आकलन नहीं किया जा सकता है। मंत्रालय ने कहा है कि सीरो सर्वे के आधार पर भविष्य की नीतियां तय करने में भी मदद मिलेगी।
इसलिए हर राज्य को अपने सभी जिलों में सीरो सर्वे जल्द से जल्द शुरू करना है। इस काम में भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) की सलाह लेने के लिए भी कहा गया है। ताकि वैज्ञानिक दृष्टिकोण पर सही तरीके से सर्वे का कार्य पूरा किया जा सके।
हाल ही में पूरे हुए चौथे राष्ट्रीय सीरो सर्वे में 67.6 फीसदी से भी ज्यादा आबादी के संक्रमित होने की आशंका जताई गई थी। इस सर्वे के आधार पर यह कहा जा सकता है कि देश में कोरोना के खिलाफ इम्युनिटी विकसित हो चुकी है। चूंकि इस समय 70 से 80 फीसदी सैंपल में डेल्टा वैरिएंट ही मिल रहा है जो एंटीबॉडी को कम करने के साथ ही व्यक्ति को दोबारा से संक्रमित करने की क्षमता रखता है। इसलिए सरकार सीरो सर्वे के जरिए अपनी नीतियों में अहम बदलाव करने की योजना भी बना रही है।
आगामी दिनों में जब यह स्पष्ट हो जाए कि किन जिलों में सीरो पॉजिटिविटी कम है, वहां टीकाकरण से लेकर अन्य कोविड नियमों पर ज्यादा ध्यान दिया जाएगा।
