पड़ोसी देश नेपाल की सत्ता में बीते कुछ दिनों से काफी उथल पुथल देखने को मिल रही था इसी बीच नेपाल में एक बार फिर सत्ता परिवर्तन हो गया है. पांचवीं बार शपथ लेकर कांग्रेस अध्यक्ष शेर बहादुर देउबा ने देश के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली.
बता दें कि अनुच्छेद 76(5) के तहत राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी ने शेर बहादुर देउबा को प्रधानमंत्री नियुक्त किर दिया. ऐसा सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद किया गया. इससे पहले केपी शर्मा ओली इस पद पर नियुक्त थे लेकिन एक दिन पहले सुप्रीम कोर्ट ने केपी शर्मा ओली को देश के प्रधानमंत्री के पद से हटाते हुए देउबा को यह पद सौपने का आदेश दिया. गौरतलब है कि इससे पहले सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने प्रधानमंत्री ओली के 21 मई के संसद को भंग करने के फैसले को रद्द कर दिया था.
देउबा को प्रधानमंत्री नियुक्त करने से पहले राष्ट्रपति कार्यालय से उन्हें सूचना दी गई. नियमों के अनुसार, देउबा को प्रधानमंत्री के तौर पर नियुक्ति के बाद 30 दिनों के भीतर सदन में विश्वास मत हासिल करना अति आवश्यक है. यदि वह इसमें सफल हो जाते हैं तो उनकी कुर्सी पर कोई संकट नहीं रहेगा. मालूम हो की ये पहली बार नहीं है जब देउबा देश के प्रधानमंत्री नियुक्त हुए हैं इससे पहले भी देउबा चार बार देश के प्रधानमंत्री बन चुके हैं. वह सितंबर 1995 से मार्च 1997 तक देश के पहले प्रधानमंत्री बने थे. इसके बाद उन्होंने आज पांचवी बार नेपाल के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली है.