यूपी: मोहन भागवत प्रयागराज में महामंथन के बाद आरएसएस के विजन-2025 पर लगाएंगे मुहर, विजन-2025 को लेकर बिंदुवार कार्ययोजना तैयार

प्रयागराज: आरएसएस के सरसंघचालक डा. मोहन भागवत 12 अक्टूबर को प्रयागराज पहुंचे है । वह यहां 11 दिन प्रवास करेंगे और 16 से 19 अक्टूबर तक होने वाली अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक में शामिल होंगे। उसके बाद 20 अक्टूबर को सभी प्रांत प्रचारक, क्षेत्र प्रचारक और अखिल भारतीय अधिकारियों के साथ बैठक होगी। 21 को सभी क्षेत्र प्रचारकों के साथ विभिन्न मुद्दों पर विमर्श करेंगे। 22 अक्टूबर की सुबह अखिल भारतीय अधिकारियों के साथ बैठक करने के बाद संगम नगरी से विदा लेंगे।

संगम तट पर महाकुंभ की तैयारियों के बीच आरएसएस अपने शताब्दी वर्ष के कई युग परिवर्तक एजेंडे का एलान कर सकता है। तीन साल बाद महाकुंभ लगने के साथ ही आरएसएस की स्थापना के सौ वर्ष पूरे होने जा रहे हैं। ऐसे में प्रयागराज के गौहनियां में आरएसएस की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में स्वर्ण जयंती वर्ष की व्यापक कार्ययोजना को मूर्त रूप देने की तैयारी है। इस महामंथन में 2024 की भी दिशा तय होगी और विजन -2025 का खाका भी।

गौहनियां में सर संघ चालक मोहन भागवत की मौजूदगी में शीर्ष पदाधिकारी स्वर्ण जयंती वर्ष की व्यापक रूपरेखा प्रस्तुत करेंगे। इसमें हिंदुत्व की ताकत बढ़ाने के साथ ही राष्ट्र रक्षा और समृद्धि का व्यापक एजेंडा तैयार करने की योजना है। कहा जा रहा है कि महाकुंभ से ही इस एजेंडे को आगे बढ़ाने की शुरुआत होगी। संगठन के विस्तार के लिए भी इसे सबसे अनुकूल समय माना जा रहा है।

विजन-2025 को लेकर बिंदुवार कार्ययोजना तैयार की गई है, जिसे भागवत के सामने रखा जाएगा। इस विजन को स्वीकार करते हुए संगठन का विस्तार करने के साथ ही एक भारत-श्रेष्ठ भारत की दीर्घकालिक योजना पर काम शुरू होगा। इसमें अयोध्या, काशी के बाद मथुरा के एजेंडे पर प्रमुखता से चर्चा की जाएगी। मथुरा में कृष्ण जन्मभूमि को मुक्त कराना आरएसएस के अहम एजेंडे में से एक है। अगले तीन साल तक विशेष जन जागरण अभियान चलाने की भी रणनीति बनाई जाएगी।