यूपी विधानसभा: यूपी विधानमंडल में महिला विधायकों के लिए एक दिन का विशेष सत्र आयोजित किया गया था। इस दौरान विधानसभा की 47 में से 38 विधायकों ने महिला अधिकार, रोजगार, शिक्षा, सुरक्षा, स्वावलंबन जैसे विषयों पर अपनी राय रखी थी। महिला विधायकों के लिए एक दिन का विशेष सत्र आयोजित कर इतिहास रचने वाले यूपी विधानमंडल में एक और नई पहल होने जा रही है।

ऐसे विधायक जिन्होंने 18वीं विधानसभा के बजट सत्र से लेकर मानसून सत्र तक चुप्पी साधे रखा, उनकी चुप्पी तोड़ने के लिए विधानसभा में एक विशेष सत्र आयोजित किया जाएगा। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने ऐसे सभी विधायकों का ब्योरा मांगा है जो दोनों सत्रों में एक बार भी अपनी बात नहीं रख सके हैं।

ऐसे विधायकों के लिए शीतकालीन सत्र में एक विशेष सत्र रखा जाएगा। विधानसभा के सूत्रों के मुताबिक सत्ता पक्ष व विपक्ष के 100 से अधिक ऐसे विधायक हैं जिन्हें सदन में या तो बोलने का अवसर नहीं मिला या उन्होंने प्रयास ही नहीं किया। महाना का कहना है कि ऐसे विधायकों को अवसर देने के लिए ही नई पहल की जा रही है। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने ऐसे सभी विधायकों का ब्योरा मांगा हैं।