सन्दीप मिश्रा
रायबरेली-वैश्विक महामारी से एक ओर जहां प्रदेश सरकार व स्वास्थ्य मंत्रालय मास्क लगाने व शारीरिक दूरी का पालन करने की अपील कर रहा है तो वही डलमऊ में तैनात महिला दारोगा स्वयं मास्क लगाने से बचती हैं। या यूं कह लें कि उन्हें अधिकारियों के सामने मास्क लगाने में शर्म सी महसूस होती है जबकि अधिकारी खुद मास्क लगाकर और सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए खुद दिखाई दे रहे हैं लेकिन उक्त महिला दरोगा के पास ना तो मास्क दिखा और ना उन्होंने लगाना ही मुनासिब समझा। जबकि मास्क न लगाने वाले लोगों का चालान वह बड़ी तेजी के साथ काटती हैं गरीबों का मास्क न लगाने पर चालान करने वाली महिला दरोगा स्वयं मास्क क्यों नहीं लगाती हैं यह दोहरा मापदंड पुलिस के द्वारा क्यों किया जा रहा है इसको लेकर स्थानीय लोगों में आक्रोश व्याप्त है शनिवार को गुरु पूर्णिमा स्नान के दौरान रानी शिवाला घाट पर उपजिलाधिकारी विजय कुमार नायब तहसीलदार सत्यप्रकाश गुप्ता मास्क लगाकर निरीक्षण कर रहे थे वही उनके साथ चल रही महिला दारोगा बिना मास्क के ही साहब को जानकारी दे रही थी
