संदीप मिश्रा
रायबरेली: 18 महीने से बंद चल रहे शिक्षण संस्थानों के संचालकों का अब धैर्य टूटने लगा है। लगातार 15 दिनों से ज्ञापन और धरना के माध्यम से शासन से मांग कर रहे संचालकों ने आज सड़क पर उतर कर प्रदर्शन किया है।
डीएम कार्यालय पहुंचे संचालकों ने संस्थानों को खोले जाने की मांग की है संचालकों का कहना है कि 18 महीने से गाड़ियों की किस्त और बिजली का बिल भरते भरते उनकी कमर टूट गई है वहीं दूसरी ओर संस्थान में काम कर रहे शिक्षकों के परिवार को चलाने का संकट गहरा गया।
कोचिंग कंडीशन ऑफ इंडिया के जिला अध्यक्ष राम सिंह ने कहा है कि सरकार आर्थिक मदद दे या फिर गाड़ियों की किस और बिजली का बिल माफ करें उन्होंने यह भी कहा है कि 80% अभिभावक संस्थानों को खोले जाने की मांग कर रहे हैं फिर भी सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही है।
