वो कहते हैं ना की चाह है तो राह है इसी को साबित कर दिखाया है समीर बनर्जी ने वो विंबलडन के जूनियर चैंपियन बन गए हैं. भारतीय मूल के अमेरिकी खिलाड़ी ने रविवार को विंबलडन में लड़कों का खिताब अपने नाम किया. समीर बनर्जी ने फाइनल में अमेरिका के ही विक्टर लिलोव को 7-5, 6-3 से हराया. उन्होंने ये खिताब अपने नाम करने के साथ ही खुद को रोजर फेडरर, स्टीफन एडबर्ग, गेल मोंफिल्स जैसे महान खिलाड़ियों की लिस्ट में शामिल कर लिया है. खास बात ये है कि फेडरर, एडबर्ग, मोंफिल्स ने भी अपने करियर की शुरुआत भी यही खिताब जीतकर की थी.
इस खिताब के इतिहास पर नज़र डालें तो युकी भांबरी ने 2009 में जूनियर एकल खिताब जीता था और वह यह खिताब जीतने वाले आखिरी भारतीय खिलाड़ी थे. वहीं, हरियाणा के रहने वाले सुमित नागल ने 2015 में वियतनाम के ली होआंग नाम के साथ विंबलडन बॉयज डबल्स जीता था.
हालांकि इससे पहले समीर बनर्जी जूनियर फ्रेंच ओपन में पहले ही दौर में हारकर बाहर हो गए थे, लेकिन विंबलडन में ये कमाल दिखाकर हारी बाज़ी को जित कर दिखाया है. उन्हें पहला सेट जीतने में जरूर संघर्ष करना पड़ा लेकिन दूसरे सेट में उन्होंने आसानी के साथ 6-3 से जीत हासिल की और खिताब अपने नाम कर लिया. उनके माता-पिता 1980 के दशक में ही उन्हें छोड़कर अमेरिका चले गए थे.