क्राइम रिपोर्टर महराजगंज
महराजगंज: निचलौल के उपजिलाधिकारी प्रमोद कुमार पर छापेमारी के दौरान दो लाख रुपये के गोलमाल कर लिए जाने का मामला प्रकाश में अाया है। मामले में पीड़ित ने पहले पुलिस से शिकायत की लेकिन जब फरियाद नहीं सुनी गई तो अब मामला कोर्ट पहुंच गया है। पीड़ित ने सीजेएम कोर्ट से 156/3 के तहत उपजिलाधिकारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की गुहार लगाई है।
निचलौल नगर पंचायत के बरगदवा वार्ड निवासी विंद्रेश यादव ने बताया कि 12 अगस्त को वह एक भूमि खरीदने के मामले में 4 लाख 21 हजार रुपये लेकर निचलौल नगर पंचायत से ईंटहियां शिव मंदिर के पास जा रहा था। अभी निचलौल-झुलनीपुर मार्ग पर करमहिया गांव के पास पहुंचा ही था कि तभी निचलौल के उपजिलाधिकारी प्रमोद कुमार के साथ अन्य पांच लोगाें ने गाड़ी कार को जांच-पड़ताल के लिए रोक लिया और गाड़ी की जबरन जांच करने लगे। इस दौरान जांच पड़ताल कुल 421000 रुपये ले लिए और गाड़ी को सीज कर धमकी देकर भगा दिया। इस पूरे घटनाक्रम को करमहिया के स्थानीय लोगों ने देखा भी था। नियम से सीज की हुई गाड़ी और बरामद रुपयों को कागजी कार्रवाई में सरकारी सुपुर्दगी में देना होता है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। मामले में घटना के तीन दिन बाद उपजिलाधिकारी ने गाड़ी और रुपये निचलौल थाना पर दाखिल कराया लेकिन उसमें खेल कर दिया गया था। कुल 421000 हजार रुपयों में से दाे लाख रुपये गायब कर दिये गय थे। ऐसे में उपजिलाधिकारी और उनके साथियों के खिलाफ मैंने पुलिस को लिखित शिकायत दिया लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। जिसके कारण अब मैंने 156/3 के तहत उपजिलाधिकारी प्रमोद कुमार के खिलाफ मुकदमा चलाए जाने की मांग की है।
