होटल लेवाना: राजधानी लखनऊ के हजरतगंज स्थित लेवाना होटल सुइट्स में हुई अग्निकांड के बाद होटल के मालिक आरोपित राहुल और रोहित अग्रवाल तथा महाप्रबंधक सागर श्रीवास्तव को पुलिस ने आखिरकार लंबी पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने तीनों आरोपितों से करीब 21 घंटे से ज्यादा पूछताछ की। पुलिस ने सिविल अस्पताल में तीनों का मेडिकल परीक्षण किया।
इन पर पुलिस की तरफ से लापरवाही और गैरइरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने सोमवार को तीनों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी की थी। इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है और अब उनका मेडिकल कराने के बाद कोर्ट में पेश किया जाएगा।
उधर, अग्निकांड की जांच के लिए प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद द्वारा बनाई गई जांच कमेटी के सभी सदस्य मंडलायुक्त रोशन जैकब, लखनऊ पुलिस आयुक्त एसबी शिरडकर और डीआईजी अग्निशमन आकाश गुलहरी जांच के लिए होटल लेवाना सुइट्स पहुंचे हैं। कमेटी शाम को रिपोर्ट देगी।
हजरतगंज के चार सितारा होटल लेवाना सुइट्स में सोमवार सुबह भीषण आग लग गई। हादसे में चार लोगों की मौत हो गई जबकि धुएं के कारण दम घुटने से 16 लोग बेहोश हो गए थे। जान गंवाने वाले सभी लखनऊ के ही थे।
हजरतगंज के मदन मोहन मालवीय मार्ग स्थित होटल लेवाना का एलडीए ने नक्शा पास नहीं किया था। हालांकि, इसके इंजीनियरों और अफसरों की भरपूर ‘सेवा’ के चलते यह होटल अवैध तरीके से बन गया। एलडीए के अधिकारियों के मुताबिक वर्ष 1996 में बंसल कंस्ट्रक्शन कंपनी के नाम से गुलमोहर अपार्टमेंट बनाने के लिए ग्रुप हाउसिंग का नक्शा पास कराया गया था। कंपनी ने अपार्टमेंट के पास खाली जमीन छोड़ी थी, जिस पर ऑफिस बनना था। ग्रुप हाउसिंग बनने के बाद इसका इस्तेमाल वापस आवासीय करना था, लेकिन एलडीए इंजीनियरों-अधिकारियों की सांठगांठ से वर्ष 2017 में इसकी जगह होटल लेवाना शुरू हो गया।