रेलवे: रेल मंत्रालय ने ट्रेनों से पशुओं के टकराने की घटनाओं को रोकने के लिए बनाया मास्टरप्लान, रेल मंत्री ने इसके बारे मे दी जानकारी

रेलवे: रेल मंत्रालय ने ट्रेन पटरियों पर मवेशियों के साथ टकराव के कारण ट्रेनों के साथ होने वाले हादसों को रोकने के लिए बड़ा कदम उठाया है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को इसके बारे में जानकारी देते हुए बताया कि ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए एक विशेष प्रकार की बाउंड्री वॉल की नई डिजाइन को अनुमति दी गई है। उन्होंने बताया कि नई बाउंड्रीवाल अगले 5-6 महीनों में पटरियों के किनारे लगाई जाएगी।

गौरतलब है कि हाल के दिनों में देश की कार्पोरेट ट्रेन वंदे भारत के साथ एक के बाद एक ऐसी घटनाएं सामने आई हैं। जिसके बाद रेलवे ने यह कदम उठाया है। बीते अक्तूबर माह में कई बार वंदेभारत ट्रेन मवेशियों से टकरा गई थी। ऐसी दो घटनाएं तो लगातार दो दिनों में हुई थीं। ऐसी ही एक घटना में गांधीनगर-मुंबई वंदे भारत एक्सप्रेस एक गाय से टकरा गई थी। हादसे की वजह से ट्रेन का अगला हिस्सा मामूली रूप से क्षतिग्रस्त भी हुआ था। हालांकि हादसे में किसी भी यात्री को कोई नुकसान नहीं हुआ था। इस हादसे के एक दिन पहले सेमी-हाई स्पीड ट्रेन ने चार भैंसों को टक्कर मार दी थी। जिसके बाद उसके एक हिस्से को बदलना पड़ा था।

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भी उस घटना पर प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने कहा था कि पटरियों पर मवेशियों के साथ टकराव अपरिहार्य है। सेमी-हाई स्पीड वंदे भारत ट्रेन को डिजाइन करते समय इसे ध्यान में रखा गया है। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा था कि मवेशिय़ों के साथ हादसे को रोकने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं।

आपको बता दें कि रेलवे अधिनियम 1989 के प्रावधानों के अनुसार, मवेशियों के मालिकों क जानबूझकर या गलती से व्यक्तियों की सुरक्षा को खतरे में डालने पर धारा 147 के तहत कार्रवाई भी की जा सकती है। इसके तहत 6 महीने का कारावास, 1000 रुपये जुर्माना या दोनों हो सकता है।