गोलगप्पे: अब मशीन भरेगी गोलगप्पे में पानी, मोबाइल एप से  दुनिया के किसी भी कोने से कर सकेंगे ऑपरेट

गोलगप्पे: जब गोलगप्पे खाने की बात आती है तो हर किसी के मुंह में पानी जरूर आ जाता है। यह एक ऐसी डिश है, जिसे लगभग हर कोई पसंद करता हैं। अब गोलगप्पे खिलाने के लिए दुकानदार को टंकी में रखे पानी में हाथ डुबोने की जरूरत नहीं पड़ेगी। बस मशीन के सामने आपको गोलगप्पा ले जाना होगा और उसमें पानी भर जाएगा।

यह मशीन तैयार की है आईआईटी कानपुर से इंक्यूबेटेड ई-पानीपूरी कार्ट्ज कंपनी ने। इसे केवल तीन हजार रुपये में तैयार किया गया है। कंपनी ने पानीपूरी को सर्व करने वाली ऑटोमैटिक मशीन तैयार की है जो मोबाइल एप्लीकेशन की मदद से चलती है। मोबाइल एप की मदद से मशीन को चालू बंद करने के साथ गोलगप्पों में पानी तक भरा जा सकता है।

मुंबई, बनारस, गोरखपुर में लगने के बाद इसी महीने अन्य शहर में यह मशीन लग जाएगी। मूल रूप से बिहार के रहने वाले ई-पानीपूरी कार्ट्ज के संस्थापक हरीश आईआईटी के पूर्व छात्र हैं। उन्होंने बताया कि स्ट्रीट फूड के सर्वे के दौरान पता चला कि गोलगप्पे की खपत सर्वाधिक है। कोरोना से पहले उन्होंने नार्मल पुश बटन वाली मशीन तैयार की थी, लेकिन कोरोना आने की वजह से इसे टाल दिया गया था।

हरीश कहते हैं कि आईआईटी कानपुर ने इंटरनेट ऑफ थिंग्स, क्लाउड सर्वर की मदद से इस मशीन को तैयार किया गया है। कोई भी वेंडर इस मशीन को लेकर इसका एप डाउनलोड करने के बाद दुनिया के किसी भी कोने से इसे ऑपरेट कर सकता है। सेंसर की मदद से गोलगप्पे में पानी भर जाता है। गोलगप्पे में कितने एमएल पानी जाना है, इसकी सेटिंग भी मोबाइल से हो जाती है। मोबाइल से मशीन को ऑन-ऑफ, सफाई के अलावा पानी के कूलिंग की सेटिंग भी की जा सकती है।