मानसून सत्र: कल से शुरू हो रहे मानसून सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक हुई खत्म, विपक्ष कानून-व्यवस्था समेत अन्य मुद्दों को लेकर रहेगा हमलावर

मानसून सत्र: उत्तर प्रदेश विधानमंडल के मानसून सत्र का 19 सितंबर से 23 सितंबर तक का कार्यक्रम घोषित कर दिया गया है। विधानसभा और विधान परिषद की ओर से मानसून सत्र का कार्यक्रम जारी कर दिया गया। सत्र के दौरान तीन अध्यादेशों के प्रतिस्थानी विधेयक के साथ ही कई नए विधेयकों को पास कराने की तैयारी है।

यूपी विधानमंडल के सोमवार से शुरू हो रहे मानसून सत्र से पहले रविवार को सत्र को लेकर सर्वदलीय बैठक हुई। सर्वदलीय बैठक में सपा नेताओं और आजम खां के खिलाफ दर्ज फर्जी मुकदमों की जांच कराने का अनुरोध किया गया है।

मानसून सत्र में विपक्ष कानून-व्यवस्था समेत अन्य मुद्दों को लेकर सरकार पर हमलावर रहेगा। सपा, बसपा व कांग्रेस ने हाल ही में लखीमपुर खीरी, गोंडा समेत अन्य जिलों में हुई घटनाओं को लेकर सरकार को घेरने की तैयारी की है। विपक्ष महंगाई, बेरोजगारी, महिला उत्पीड़न की घटनाओं में वृद्धि, किसानों की समस्याओं, संविधान की अनदेखी आदि का मुद्दा भी प्रमुखता से उठाएगा।

विधानसभा में सपा के मुख्य सचेतक मनोज कुमार पांडेय का कहना है कि कानून-व्यवस्था के मोर्चे पर सरकार लगातार फेल हो रही है। प्रदेश में आपराधिक घटनाएं खास तौर पर महिला उत्पीड़न के मामलों में इजाफा हुआ। पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ आम लोगों का अलग-अलग तरीके से उत्पीड़न हो रहा है। महंगाई ने आम आदमी का जीना दूभर कर दिया है। सरकार ने जनता से किए गए वादे पूरे नहीं किए हैं। विकास पूरी तरह से ठप हो गया है। उन्होंने कहा कि विपक्ष जनहित से जुड़े मुद्दों को सदन में जोरदार तरीके से उठाएगा। कांग्रेस विधायक वीरेंद्र चौधरी का कहना है कि सदन में कानून-व्यवस्था, महंगाई, महिला उत्पीड़न, सूखे के कारण परेशान किसानों के मुद्दे प्रमुखता से उठाए जाएंगे।