गुजरात: मोरबी ब्रिज के अचानक टूटकर गिर जाने से करीब 132 लोगों की मौत, पुल खोलने को लेकर कई सवाल, जनता मे आक्रोश

मोरबी ब्रिज: गुजरात मे बीते रविवार की शाम गुजरात के मोरबी वासियों के लिए काल बनकर आई। मोरबी के मच्छु नदी के ऊपर बने पुल के अचानक टूटकर गिर जाने से करीब 132 लोगों की मौत हो गयी, और करीब 180 लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है और अन्य लोगों का रेस्क्यू जारी हैं। बताया जा रहा है कि इस हादसे में अधिकतर बच्चे और महिलायें चोटिल हुई हैं। सभी घायलों को इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया हैं।

बता दें कि इस हादसे को लेकर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। इस हादसे से जुड़ी एक प्राथमिकी भी दर्ज कराई गयी हैं। सुरक्षा इंतजाम को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे है कि अगर इस पुल की क्षमता 100 लोगों की थी तो इसमें एक साथ करीब 400 लोग कैसे आ गएl साथ ही बात ऐसी भी कही जा रही है कि मरम्मत के बाद पुल का एनओसी नहीं लिया गया था तो इसे दर्शकों के लिए क्यों खोल दिया गया l ऐसी कई प्रश्नों के बीच रेस्क्यू ऑपरेशन बीते रात से लगातार जारी हैं। अब इस हादसे में इतने ज्यादा लोगों के जान चले जाने से जनता के भीतर आक्रोश भी साफ तौर पर देखा जा रहा हैं।

यह ब्रिज 140 साल पुराना हैं। इस ऐतिहासिक ब्रिज की लंबाई 200 मीटर से ज्यादा थी और चौड़ाई करीब 3 से 4 फीट थी. 20 फरवरी, 1879 को मुंबई के तत्कालीन गवर्नर रिचर्ड टेम्पल ने इसका शिलान्यास किया था। अगर बात करें दुर्घटनाग्रस्त हुए पुल की तो पांच दिन पहले ही पूल को मरम्मत के बाद दुबारा शुरू किया गया था। रविवार की वजह से लोग यहां भारी संख्या में घूमने आए हुए थे, लेकिन उन्हें कहा पता था कि ये उनकी अंतिम यात्रा बन जाएगी।