यूपी: उत्तर प्रदेश में पीपीपी मोड़ पर लखनऊ, प्रयागराज और गाजियाबाद में लगेगा बायो सीएनजी प्लांट

लखनऊः उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र की अध्यक्षता में पीपीपी मोड़ पर बायो सीएनजी प्लांट स्थापित किये जाने का निर्णय लिया गया। ठोस अपशिष्ट में शामिल जैविक कूड़े से बायो सीएनजी बनाने के लिए पीपीपी मोड में लखनऊ, गाजियाबाद और प्रयागराज में प्लांट लगेगा। रोजाना 27 हजार किलो बायो सीएनजी का उत्पादन भी होगा। लखनऊ व गाजियाबाद में प्लांट की क्षमता 300-300 टीपीडी और प्रयागराज में 200 टीपीडी होगी।

मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र की अध्यक्षता में ‘कमेटी ऑफ सेक्रेटरीज’ की बैठक में संबंधित प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है। इन प्लांटों से सालाना दो लाख टन कार्बन डाई आक्साइड व ग्रीन हाउस गैस को कम किया जा सकेगा। प्रस्ताव के मुताबिक पीपीपी मोड पर डेवलपर द्वारा इन परियोजनाओं पर पूरी अवधि के लिए ऑपरेशन एंड मेंटेनेंस खर्च सहित 100 प्रतिशत पूंजी निवेश किया जाएगा।

इन परियोजना को लगाने में नगर निकायों पर कोई वित्तीय बोझ नहीं पड़ेगा। इनके क्रियान्वयन से 300 करोड़ रुपये का पूंजी निवेश होगा और निकायों को 204 लाख रुपये की सालाना आमदनी रॉयल्टी के रूप में प्राप्त होगी। इन तीनों प्लांट से सालाना दो लाख टन कार्बन डाई आक्साइड व ग्रीन हाउस गैस को कम किया जा सकेगा। सीएनजी प्लांट से उप उत्पाद के रूप में रोजाना 160 मीट्रिक टन जैविक खाद का भी उत्पादन होगा। इसका उपयोग गंगा समेत अन्य नदियों के किनारे खेती में किया जा सकता है। इस परियोजना के माध्यम से करीब 600 स्थानीय लोगों को रोजगार से भी जोड़ा जा सकेगा।