UP विधानसभा सत्र: विधानसभा के चौथे दिन बृहस्पतिवार को सिर्फ महिलाओं को ही बोलने का मौका मिला। सदन की कार्यवाही शुरू होने के बाद सबसे पहले महिलाएं ही सदन में अपनी बात रखी। यूपी विधानसभा के लिए आज का दिन बेहद खास है। आज के दिन सदन की सिर्फ महिला सदस्यों ने ही सवाल पूछे और सदन की कार्रवाई में खास भूमिका निभाई।
इसके पहले सदन के नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि हमारे देश में महिलाएं अहम पदों पर रही हैं। आज उनके साथ अपराध हो रहे हैं। सरकार को इस पर नियंत्रण लगाने के लिए प्रयास करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि महिलाओं ने आजादी की लड़ाई मजबूत की और हर क्षेत्र में योगदान दिया है। महिलाओं के लिए सिर्फ एक ही दिन काफी नहीं है बल्कि उनके मुद्दों पर चर्चा करने के लिए एक पूरा सत्र भी कम है।
इससे पहले विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने सदन को जानकारी देते हुए उन्होंने कहा था कि कार्यमंत्रणा की बैठक में लिए गए निर्णय के मुताबिक बृहस्पतिवार को सदन की कार्यवाही में महिलाओं की भूमिका खास होगी। उन्होंने कहा था कि प्रश्नकाल में भी सिर्फ महिलाओं के ही सवालों पर चर्चा होगी। हालांकि अध्यक्ष की इस घोषणा पर सपा के कुछ विधायकों ने अपने सवाल लेने का अनुरोध किया, लेकिन अध्यक्ष ने उसे खारिज कर दिया। साथ ही अध्यक्ष ने विधायकों से यह भी अनुरोध किया कि बृहस्पतिवार को दर्शक दीर्घा के लिए भी सिर्फ महिलाओं को ही पास जारी किया जाएगा, इसलिए विधायक किसी व्यक्ति के लिए पास जारी करने का अनुरोध न करे।