यूपी चुनाव 2022: यूपी विधानसभा चुनाव से पहले लगातार उतार चढ़ाव देखने को मिल रहा है इसी क्रम मे बहुजन समाज पार्टी को तगड़ा झटका लगा है। पार्टी के वरिष्ठ नेता पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सुखदेव राजभर ने स्वास्थ्य कारणों से सक्रिय राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है। उन्होंने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की तारीफ करते हुए बेटे कमलाकांत को उनके हवाले करने का एलान किया है। जबकि बसपा पर निशाना साधते हुए उसे मिशन से भटकी हुई पार्टी बताया है।
आजमगढ़ के दीदारगंज से विधायक सुखदेव राजभर ने सार्वजनिक पत्र लिखा है। इसे सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और बसपा प्रमुख मायावती को भी भेजा है। पत्र में लिखा है कि कांशीराम के साथ दलितों और पिछड़ों के हक की लड़ाई लड़ता रहा। बदली परिस्थितियों में बहुजन मूवमेंट और सामाजिक न्याय कमजोर पड़ गया है। दो वर्ष से स्वास्थ्य खराब होने की वजह से दलितों, पिछड़ों और वंचितों की लड़ाई में योगदान नहीं दे पा रहा हूं।
उन्होंने बिना किसी की नाम लिए बसपा पर निशाना साधते हुए लिखा कि बदली परिस्थितियों में हमारे समाज और मिशनरी लोगों को स्वार्थी तत्वों के दबाव में बाहर किया जा रहा है। इन्हीं स्वार्थी तत्वों ने बहुजन मूवमेंट को कमजोर किया है। ऐसे में बेटे कमलाकांत राजभर ने सपा के साथ रहकर वंचितों के हितों की लड़ाई लड़ने का फैसला किया है।
उन्होंने कहा कि यूपी का भविष्य अखिलेश यादव के कुशल नेतृत्व में है। ऐसे में उनके हाथ में कमलाकांत को सौंपते हुए उम्मीद करते हैं कि दलितों और पिछड़ों के हक की लड़ाई जारी रहेगी।