बिहार: बिहार में आदमखोर बाघ अब तक 7 लोगों को बना चुका है शिकार, बाघ को मारने के लिए 7 सदस्यीय टीम जुटी, देखते ही गोली मारने का आदेश

बिहार: बिहार में पश्‍च‍िमी चंपारण के बगहा में बाघ अब हर रोज लोगों को शिकार बनाने लगा है। आदमखोर हो चुके बाघ ने लोगों की नींद उड़ा दी है। 48 घंटे में यह बाघ चार लोगों को अपना शिकार बना चुका है। वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के रघिया रेंज के बलुवा में शनिवार की सुबह उसने मां-बेटे को हमला कर मार दिया।

बताया जा रहा है कि सब्जी के खेत में मौजूद मां-बेटे पर बाघ ने हमला कर मौत के घाट उतार दिया और शव को घसीटते गन्ने की खेत की ओर ले गया। ग्रामीणों के शोर मचाने पर बाघ भाग निकला। 48 घंटे में एक ही क्षेत्र में चार मौतों से दहशत है। ग्रामीण सहमे हैं।

वीटीआर बिहार के चंपारण के साथ ही नेपाल और उत्‍तर प्रदेश तक फैले वनक्षेत्र का हिस्‍सा है। यहां जंगल के इर्द-गिर्द काफी गांव बसे हुए हैं। वीटीआर सहित यूपी और नेपाल के इससे सटते जंगलों में 50 से अधिक बाघ होने का अनुमान है, लेकिन ये बाघ आम तौर पर आबादी वाले इलाके में नहीं जाते हैं। माना जा रहा है कि यह बाघ आदमखोर के कारण लगातार गांवों में जा रहा है।

नरभक्षी बाघ को मारने के लिए सात सदस्यीय टीम में जिसमें बगहा, बेतिया व मोतिहारी एसटीएफ व जिला पुलिस के तेज तर्रार सात जवानों को अत्याधुनिक असलहों के साथ भेजा गया है। अब बिहार में आदमखोर बाघ को देखते ही गोली मारने का आदेश दिया गया है। जानकारी के अनुसार बिहार सरकार के आवेदन पर नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी ने बाघ को गोली मारने की अनुमती दे दी है। बताया जा रहा है कि फॉरेस्ट विभाग और बगहा पुलिस की टीम ऑपरेशन को अंजाम देगी।