महाराष्ट्र: जेल से बाहर आते ही गरजे राउत, बोले- मैं अब आजाद हो गया हूं इसलिए रुकूंगा नहीं, सिद्धी विनायक मंदिर में किया दर्शन

संजय राउत: प्रवर्तन निदेशालय द्वारा पात्रा चॉल जमीन घोटाले के मामले में गिरफ्तार चल रहे शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के करीबी शिवसेना नेता व राज्यसभा सांसद संजय राउत को कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। बुधवार को राउत की जमानत याचिका पर सुनवाई करते हुए मुंबई की पीएमएलए कोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी है। रिहाई के आदेश मिलने के बाद  वहीं जेल से बाहर आने के बाद शिवसेना नेता संजय राउत ने सिद्धी विनायक मंदिर में दर्शन पूजन किया। बता दें कि राउत को प्रवर्तन निदेशालय(ईडी) ने 31 जुलाई को गिरफ्तार किया था।

100 दिन बाद जेल से बाहर निकलने के बाद राउत ने अपने समर्थकों को संबोधित भी किया। उन्होंने कहा कि मैं बाहर आने के बाद खुशी महसूस कर रहा हूं। हम योद्धा हैं और लड़ते रहेंगे। मैंने अपना पूरा जीवन शिवसेना में बिताया है। मैं सेना के साथ रहा और सेना के साथ मरूंगा, लेकिन मैं सेना को छोड़कर कहीं नहीं जाऊंगा। मैं इसके बजाय मरना पसंद करूंगा लेकिन सेना को कभी नहीं छोड़ूंगा।

राउत ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि उन्होंने मुझे गिरफ्तार करके कितनी बड़ी गलती की है। यह उनके राजनीतिक करियर की सबसे बड़ी गलती होगी। उन्हें जल्द ही पता चल जाएगा। मेरे जीवन का प्रत्येक क्षण सेना को समर्पित है। आज, अदालत ने कहा कि गिरफ्तारी अवैध थी। जितनी बार चाहो मुझे गिरफ्तार करो लेकिन मैं शिवसेना नहीं छोड़ूंगा। जब मुझे गिरफ्तार किया गया तो मेरे परिवार वाले रोए नहीं थे, लेकिन आज जब मुझे रिहा किया गया तो वे रोए थे। लेकिन अभी रोने का नहीं, लड़ने का समय है। मैं अब आजाद हो गया हूं इसलिए रुकूंगा नहीं और पूरी ताकत से उनके खिलाफ (भाजपा) लड़ूंगा। अब हमें पूरी ताकत से लड़ना होगा।

जेल से बाहर आते ही राउत फिर से अपने पुराने तेवर में दिखे और भारतीय जनता पार्टी पर जमकर बरसे। राउत जेल के सामने खड़े होकर उद्धव ठाकरे के नेतृत्व के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हुए कहा कि वह सत्ता में बैठे लोगों से मुकाबला करना जारी रखेंगे। किसी भी हालत में वे नहीं झुकेंगे। इतना ही नहीं उन्होंने अपनी गिरफ्तारी को भाजपा की सबसे बड़ी राजनीतिक गलती बताई।  राउत ने जेल से बाहर आने के बाद कहा हमारे शिवसैनिक अपनी एकजुटता व्यक्त करने आए हैं।