Maharajganj

महराजगंज: साइबर ठगी के शिकार 11 पीड़ितों को मिला 7.95 लाख रुपये का रिफंड।


महराजगंज: पुलिस अधीक्षक श्री सोमेन्द्र मीना के निर्देशन में साइबर क्राइम थाना महराजगंज ने साइबर ठगी के 11 पीड़ितों को 7,95,129 रुपये की राशि उनके बैंक खातों में वापस कराने में सफलता हासिल की है। यह कार्रवाई नोडल अधिकारी साइबर क्राइम/अपर पुलिस अधीक्षक श्री आतिश कुमार सिंह के पर्यवेक्षण, क्षेत्राधिकारी साइबर क्राइम श्री अनुरुद्ध कुमार और प्रभारी निरीक्षक श्री सजनू यादव के नेतृत्व में चलाए जा रहे निस्तारण अभियान के तहत की गई।
साइबर ठगी का तरीका
पुलिस के अनुसार, साइबर ठगों ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फर्जी लिंक भेजकर, व्यक्तिगत डेटा हैक करके और ऑनलाइन धोखाधड़ी के जरिए पीड़ितों को निशाना बनाया। पीड़ितों ने पुलिस अधीक्षक के समक्ष शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद साइबर थाना टीम ने त्वरित कार्रवाई की।


साइबर थाना महराजगंज की टीम, जिसमें प्रभारी निरीक्षक सजनू यादव, उपनिरीक्षक अमित यादव, कांस्टेबल प्रफुल्ल कुमार यादव, आलोक पाण्डेय, सत्येन्द्र मल्ल, कृष्णा सिंह, विजय गौड़, चन्द्रप्रभा वर्मा, सन्तोष शर्मा, पियूषनाथ तिवारी, अमरजीत सिंह, संजय वर्मा सिंह, उमेश यादव और गुन्जन यादव शामिल थे, ने तत्काल कार्रवाई कर पीड़ितों की राशि वापस कराई।

3 मई 2025 को पीड़ितों ने पुलिस अधीक्षक श्री सोमेन्द्र मीना और साइबर थाना टीम का आभार व्यक्त किया। इस कार्रवाई से न केवल पीड़ितों को राहत मिली, बल्कि साइबर अपराध के खिलाफ पुलिस की सक्रियता भी सामने आई।
पुलिस ने आमजन से अपील की है कि वे अनजान लिंक पर क्लिक करने और व्यक्तिगत जानकारी साझा करने से बचें। किसी भी साइबर ठगी की स्थिति में तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन या साइबर थाने से संपर्क करें।

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Most Popular

Uncategorized

उत्तर प्रदेश पुलिस का सिपाही मिशन शक्ति जैसे अभियान को दिखा रहा ठेंगा!दो बीवियों के बीच फसा उत्तर प्रदेश पुलिस का सिपाही,एक बीवी घर तो दूसरी को ले तैनाती क्षेत्र में रह रहा था! घर वालों को पता चलने पर दूसरी को छोड़ा तो दूसरी बीवी ने किया मुकदमा!उत्तर प्रदेश में कानून का रखवाला ही कानून की धज्जियां उड़ा रहा,शादीशुदा होने के बावजूद कई सालों से दूसरी महिला को पत्नी बनाकर साथ में रह रहा था! बताते चलें कि देवरिया जिले का सिपाही ना०पु०062620433 रवि प्रताप जो पहले से शादीशुदा था महाराजगंज में तैनाती के दौरान महाराजगंज की एक महिला को भी अपनी पत्नी बनाकर साथ में रखा हुआ था! कई सालों तक साथ में रहने के बाद जब घर वालों को पता चला तो वह दूसरी बीवी को छोड़कर भागने के फिराक में लग गया! लेकिन दूसरी बीवी उसे भागता देख जिले के ही पुलिस अधीक्षक के पास शिकायत लेकर पहुंची और सिपाही रवि प्रताप के खिलाफ 376,और 493/506, समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है! अब सवाल यह उठ रहा है कि ऐसी धाराओं में मुकदमा दर्ज होने के बाद भी सिपाही रवि प्रताप निश्चिंत होकर अपनी ड्यूटी गोंडा जिले के जीआरपी में कर रहा है और कानून के बीच के बीच फसाकर दूसरी बीवी को प्रताड़ित कर रहा है!आपको बताते चलें कि महाराजगंज जिले में यह मामला काफी चर्चा में रहा है लेकिन विभागीय होने के नाते पुलिस विभाग के द्वारा भी आज तक ना तो सिपाही रवि प्रताप को गिरफ्तार किया गया ना ही उसकी दूसरी पत्नी के लिए न्याय संगत कोई कदम उठाया गया! कागजी कार्यवाही में कोटा पूर्ति करके सिर्फ महिला को थाने कचहरी और कोर्ट तक भगाया गया अब प्रश्न यह उठता है कि जब एक व्यक्ति कई सालों तक उक्त महिला के साथ रह रहा था तो ऐसे में उस महिला के ऊपर पड़ने वाले खर्च का भार कौन उठाएगा और किस के भरोशे न्याय के नियत दर-दर भटकेगी! बात करने पर सिपाही रवि प्रताप की दूसरी पत्नी ने बताया कि सिपाही रवि प्रताप के रिश्तेदारों के द्वारा उसे जान से मारने की धमकी भी मिल रही है और तरह-तरह के कूट रचित योजनाओं सेवा किसी भी तरीके से मामले को सुलह के रास्ते पर ले जाना चाहता है! उक्त प्रकरण में जो कि मामला गिरफ्तारी का है कि बावजूद कानून व्यवस्था को ही इस्तेमाल कर उक्त सिपाही इस मामले से निकल अपनी रोटी सेक दूसरी महिला के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहा है! जहां उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मिशन शक्ति अभियान के तहत महिलाओं की सुरक्षा और उनके जीवन को मजबूत रखने के लिए तरह-तरह के कानून बना रहे हैं वहीं ऐसे भ्रष्ट और अयाश कानून के रखवाले सारे कानून को तोड़ सरकार की मंशा पर पानी फिरने का काम कर रहे हैं!(साक्ष्य मौजूद)

To Top