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हरियाणा: आप, भाजपा व कांग्रेस के बीच आदमपुर उपचुनाव को लेकर चुनावी सरगर्मियां तेज, जानिए आखिर क्यों जरूरी है यह सीट

आदमपुर उपचुनाव: देश में UP, बिहार और हरियाणा समेत छह राज्यों में उपचुनाव होने हैं। छह राज्यों की 7 विधानसभा सीटों को लेकर चुनावी सरगर्मियां तेज हो गईं हैं। यह चुनाव 3 नवंबर को होने हैं, जिनकी मतगणना 6 नवंबर को होगी। पड़ोसी राज्य पंजाब में 2022 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के हाथों से सत्ता छीनने में सफल रही आप हरियाणा में भी बड़ी एंट्री की कोशिशों में जुटी हुई है। आप पहले ही तय कर चुकी है कि साल 2024 में होने वाले चुनाव में सभी 90 सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी। आदमपुर उपचुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी के बाद अब कांग्रेस ने भी सीट पर उम्मीदवार का ऐलान कर दिया है।

हरियाणा की यह VIP सीट कई मायनों में खास है। तीनों दलों के लिए यह उपचुनाव अहम होगा। क्योंकि एक ओर जहां भाजपा उम्मीदवार के लिए यह जंग विरासत बरकरार रखने की होगी। वहीं, कांग्रेस की जंग सीट पर नियंत्रण बनाए रखने की होगी। इधर, पंजाब के बाद नई सियासी जमीन तलाश रही आप के लिए भी यह जीत अच्छी शुरुआत साबित हो सकती है।

कांग्रेस ने पूर्व केंद्रीय मंत्री जय प्रकाश को उम्मीदवार बनाया है। जेपी हिसार से तीन बार के सांसद रह चुके हैं। साथ ही वह बरवाला विधानसभा सीट से विधायक हैं और कैथल की कलायत सीट से भी विधायक का चुनाव जीत चुके हैं। खबर है कि चुनावी मैदान में जेपी की एंट्री के साथ ही मुकाबला रोमांचक हो गया है। अब बिश्नोई के पार्टी बदलने के बाद कांग्रेस इस सीट पर नियंत्रण बनाए रखना चाहेगी। साथ ही पार्टी जीत के जरिए यह दिखाने में कामयाब हो सकती है कि परिवर्तन की हवा चल रही है। इसके अलावा पार्टी बिश्नोई को हराकर राज्यसभा चुनाव और कांग्रेस छोड़ने का सियासी हिसाब भी पूरा करना चाहेगी। इधर हरियाणा आप के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का गृहराज्य है। इस लिहाज से भी पार्टी यहां तैयारियों में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहेगी।

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