कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव: कांग्रेस में 22 सालों के बाद अध्यक्ष पद पर चुनाव हो रहे हैं। पार्टी को दो दशक से ज्यादा समय के बाद गैर-गांधी चीफ मिलेगा। कांग्रेस के अध्यक्ष पद चुनाव से ठीक पहले महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने अपनी बात रखते हुए कहा कि कांग्रेस का नया प्रमुख ‘पार्ट टाइम’ नहीं होना चाहिए और उन्हें सभी से मुलाकात करना चाहिए। चव्हाण ने पार्टी में चुनाव की प्रक्रिया को मजबूत करने की बात कही है।
कांग्रेस की प्रदेश समितियों के प्रस्तावों को लेकर उन्होंने कहा, ‘ऐसा क्यों करना? इसके बजाए चुनाव प्रक्रिया को मजबूत किया जाना चाहिए।’ दरअसल, एक दर्जन से ज्यादा राज्यों में प्रस्ताव पारित किए थे, जिसमें राहुल को अध्यक्ष बनाने और अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को प्रदेश अध्यक्ष और यूनिट्स गठित करने के लिए अधिकृत करने की बात की गई थी।
अटकलें लगाई जा रही थी कि राहुल को मनाने की कोशिशें जारी हैं, लेकिन वह चुनाव नहीं लड़ना चाहते। चव्हाण ने कहा, ‘अगर राहुल गांधी आज भी चुनाव लड़ना चाहते हैं, वह फार्म भरते हैं तो हम उनका स्वागत करेंगे।’ खुद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोग गहलोत भी वायनाड सांसद को मनाने की बात कह रहे थे। उन्होंने इस बात की पुष्टि की थी कि गांधी परिवार से कोई चुनाव नहीं लड़ेगा।
उन्होंने कहा, ‘हम कभी भी एक परिवार के खिलाफ नहीं थे, यह बकवास है।’ उन्होंने कहा, ‘हम केवल यही चाहते हैं कि जो भी प्रमुख बने, वह चुनाव के जरिए बने और लोगों से मिलने के लिए उपलब्ध रहे। सोनिया गांध ने इन दोनों मांगों को मान लिया।
