आगरा: उत्तर प्रदेश में मतगणना से एक दिन पहले नौ मार्च को सपा और रालोद के पदाधिकारियों ने कार्यकर्ताओं के साथ मंडी समिति परिसर में हंगामा किया था। ईवीएम बदलने का आरोप लगाया था। अधिकारियों की गाड़ियों को चेक किया था। कागजात फेंक दिए थे। एसएसपी सुधीर कुमार सिंह की गाड़ी को भी रोका गया था।
अब यूपी के आगरा में मतगणना से पहले मंडी समिति में हंगामा और अधिकारियों की गाड़ियां चेक करने के मामले में मुकदमा दर्ज होने के बाद आरोपी सपा और रालोद नेता भूमिगत हो गए हैं। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस दबिश दे रही है। दस और आरोपियों को चिह्नित किया गया है। इनके भी नाम मुकदमे में बढ़ाने की तैयारी है।
मामले में एसएसपी के निर्देश पर थाना एत्माद्दौला में मुकदमा दर्ज किया गया था। मुकदमे में 24 नामजद और 60 अज्ञात आरोपी हैं। मुकदमा दर्ज होने के बाद नामजद पदाधिकारी सहित अन्य भूमिगत हो गए हैं। पुलिस दबिश दे रही है।
मुकदमे में रालोद के जिलाध्यक्ष नरेंद्र बघेल, सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष राम सहाय यादव, पूर्व जिलाध्यक्ष रामगोपाल बघेल, मुलायम सिंह यूथ ब्रिगेड के रिजवान खान, राष्ट्रीय सचिव रवि यादव, प्रधान प्रतिनिधि राहुल घोष के अलावा राजकुमार, सुनील, कुंवर रवि यादव, राजा श्रीवास्तव, सुलेखा श्रीवास्तव, रजनी, जूही प्रकाश, संजू यादव, रामकुमार, सुनील यादव, विवेक यादव, लाखन सिंह, कुलदीप वाल्मीकि, प्रिंस, सुरेश दिवाकर, मुरली यादव, शैलू यादव, पूर्व पार्षद राजपाल यादव और 60 अज्ञात आरोपी हैं।
