सीबीआई: गृह मंत्रालय ने सीबीआई के 15 अफसरों को 2022 में उनकी सेवाओं के लिए अति उत्कृष्ट सेवा पदक और उत्कृष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया। केंद्रीय गृहमंत्री ने सीबीआई के 15 अफसरों को ‘मेडल फॉर एक्सीलेंस इन इंवेस्टीगेशन’ पदक प्रदान किया है। इन अफसरों ने ही जस्टिस एसएन शुक्ला भ्रष्टाचार मामले की जांच की।
50 लाख रुपये की रिश्वत के मामले में एक सेवानिवृत्त रेलवे अधिकारी के खिलाफ मामला दर्ज किया। इसके अलावा इन अफसरों ने नौसेना में भ्रष्टाचार को लेकर अफसरों को गिरफ्तार किया था। प्रतिष्ठित पदक विजेताओं में एजेंसी के एसी-2 विंग में तैनात डिप्टी एसपी सुरेंद्र कुमार रोहिल्ला भी शामिल हैं।
उन्होंने इलाहाबाद उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश एसएन शुक्ला को एक निजी मेडिकल कॉलेज का कथित रूप से पक्ष लेने के लिए रिश्वत लेने के मामले में मामला दर्ज किया था। रोहिल्ला उस टीम का भी हिस्सा रहे हैं जिसने अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले की जांच की थी।
एसी-1 के डिप्टी एसपी कुमार भास्कर भी इस प्रतिष्ठित पदक को प्राप्त करने वालों में से हैं। उन्होंने नौसेना में एक बड़े भ्रष्टाचार के मामले का भंडापोड़ किया था जिसमें कई पूर्व और सेवारत अधिकारियों को हैदराबाद की एक कंपनी का पक्ष लेने के लिए एजेंसी द्वारा गिरफ्तार किया गया था।
अधिकारियों ने बताया कि एसी-1 ईकाई में डिप्टी एसपी प्रमोद कुमार को भी इस पदक से सम्मानित किया गया है। उन्होंने रेलवे के एक रिटायर्ड चीफ मैकेनिकल इंजीनियर एके कठपाल को 50 लाख की रिश्वत के मामले में गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के तुरंत बाद सीबीआई ने कठपाल के भाई के आवास सहित नौ स्थानों पर तलाशी ली गई थी जहां से 2.75 करोड़ रुपये नकद जब्त किए गए थे।
