रक्षाबंधन: रक्षाबंधन भारत का प्राचीन त्योहार है। रक्षाबंधन का पवित्र त्योहार हर साल श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस बार रक्षाबंधन का त्योहार 19 अगस्त, सोमवार को मनाया जाएगा। शास्त्रों के अनुसार श्रावण पूर्णिमा को भद्रा मुक्त काल में राखी बांधनी चाहिए। इस साल का संयोग भी अद्भुत है। सोमवार को श्रावण मास की समाप्ति हो रही है। इसी दिन सावन का आखिरी सोमवार है।
पूर्णिमा सोमवार को भोर में 3:04 मिनट पर शुरू होगी, जो रात 11:55 बजे समाप्त होगी। जबकि भद्राकाल सुबह 5:30 बजे से दोपहर 1:30 बजे तक रहेगा। इसके बाद ही राखी बांधना शास्त्र सम्मत है। राखी भद्राकाल समाप्त होने के बाद से रात 8:52 बजे तक बांधी जा सकेगी। इस तरह से देखें तो यूपी सहित पूरे भारत में दोपहर डेढ़ से लेकर रात में आठ बजकर 52 मिनट तक का समय राखी बांधने के लिए शुभ है।
रक्षाबंधन का त्योहार भारतीय संस्कृति में प्राचीनकाल से मनाया जाता रहा है, जहां बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधती हैं और उनकी सुरक्षा की कामना करती हैं। यह त्योहार हमें प्यार, सम्मान और देखभाल के महत्व को समझाता है।
आपको बता दें कि भद्रा काल से जुड़ी एक कथा के अनुसार शूर्पणखा ने इसी समय अपने भाई रावण को रक्षासूत्र बांधा था, जिसके बाद भगवान श्री राम ने रावण का सर्वनाश किया। इसलिए भद्रा समाप्त होने के बाद ही राखी बांधना शुभ माना जाता है।
