छठ पूजा: कोरोना महामारी के चलते राजधानी दिल्ली में दो साल बाद केजरीवाल सरकार व्यापक स्तर पर छठ पूजा मनाते की तैयारी में जुट गई है। इस बार 1100 स्थानों पर छठ पूजा मनाई जाएगी। इसके लिए सरकार 25 करोड़ रुपये खर्च करेगी। दिल्ली में इस बार छठ पूजा यमुना नदी में करने की मनाही है। ऐसे में श्रृद्धालु छठ पूजा करने यमुना में न जाएं इसके लिए दिल्ली पुलिस ने पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। इस बार यमुना के किनारे बनाए गए कृत्रिम घाटों पर ही छठ पूजा हो सकेगी, वहां पानी में खड़े हाेकर श्रद्धालु पूजा कर सकेंगे l
दिल्ली पुलिस यमुना नदी पर ड्रोन से नजर रखेगी। यमुना नदी के किनारे व घाटों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। यमुना के किनारे भारी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। छठ पूजा कमेटियों के साथ समन्वय कर लोगों को जागरूक किया जा रहा है कि वह छठ पूजा के लिए यमुना में न जाए। दिल्ली सरकार ने छठ पूजा के लिए जो घाट बनाए हैं उनमें ही पूजा करें। शुक्रवार रात से ही यमुना के किनारे चौकसी बढ़ा दी गई थी। पुलिसकर्मी वोट से यमुना में गश्त कर श्रद्धालुओं को यमुना में जाने से रोकेंगे।
इसके अलावा मिसिंग पर्सन बूथ बनाए जाएंगे। पुलिस की डीएम प्रशासन के साथ लगातार बैठकें चल रही हैं। डीएम प्रशासन पूरी व्यवस्था पर नजर रखे हुए हैं। दिल्ली पुलिस ने सभी व्यवस्था करने के लिए सभी एजेंसियों को पहले ही पत्र लिख दिया था।
दरअसल दिल्ली के यमुना नदी का एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें नदी में जहरीला झाग दिखाई दे रहा था। इस बार व्रती छठ की पूजा और अर्घ्य देने के लिए यमुना नदी में खड़े नहीं हो सकेंगे, सिर्फ इस बार यमुना के किनारे बनाए गए कृत्रिम घाटों पर ही छठ पूजा हो सकेगी, वहां पानी में खड़े हाेकर श्रद्धालु पूजा कर सकेंगे। इसकी वजह ये बताई गई है कि यमुना के कई घाटों पर दलदल है, जिससे श्रद्धालुओं को वहां पहुंचने में परेशानी हाे सकती हैं।