कांग्रेस संसदीय दल की बैठक: देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस धीरे-धीरे अपनी जमीनी धार खो रही है। लगातार पराजय के कारण आंतरिक विरोध से जूझ रही कांग्रेस में प्राण फूंकने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने हर संभव उपाय करने का वादा किया है। मंगलवार को कांग्रेस संसदीय दल (CPP) की बैठक को संबोधित करते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि कांग्रेस का पुनरुद्धार सिर्फ हमारे लिए महत्व का विषय नहीं है, बल्कि हमारे लोकतंत्र व समाज के लिए भी जरूरी है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी संगठन में हर स्तर पर एकता सर्वोपरि है। इसके लिए मैं जो भी जरूरी है, वह सब करने को तैयार हूं। सीपीपी की बैठक की अध्यक्षता सोनिया गांधी ने की। इसमें देश की मौजूदा राजनीतिक स्थिति और संसद के दोनों सदनों में पार्टी की रणनीति पर चर्चा की गई। सोनिया गांधी ने बैठक में यह भी कहा कि कांग्रेस के लिए आगे की राह पहले से कहीं अधिक चुनौतीपूर्ण है। इसमें हमारे लचीलेपन की भावना की कड़ी परीक्षा होगी।
संसद के केंद्रीय कक्ष में हुई सीपीपी की बैठक में पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी भी मौजूद थे। पांच राज्यों के हालिया चुनावों में कांग्रेस की पराजय के बाद पहली बार सीपीपी की बैठक हुई। कांग्रेस संसद में सरकार को महंगाई के मुद्दे पर लगातार घेर रही है। वह पेट्रोल, डीजल व रसोई गैस के दामों में बढ़ोतरी के मुद्दे को भी प्रमुखता से उठा रही है।
बता दें, देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस गंभीर आंतरिक मतभेदों से जूझ रही है। कांग्रेस के कई दिग्गज नेता पार्टी में बदलाव की खुलेआम वकालत कर चुके हैं। पूर्व कानून मंत्री व वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने तो ‘घर की कांग्रेस’ को ‘सबकी कांग्रेस’ बनाने की मांग कर सीधे नेतृत्व पर सवाल किए हैं।
