केरल : भारतीय राज्य केरल में शबरीमाला में अयप्पा स्वामी का प्रसिद्ध मंदिर है, जहां विश्वभर से लोग शिव के इस पुत्र के मंदिर में यहां हर दिन लाखों लोग दर्शन करने के लिए आते हैं। इस मंदिर के पास मकर संक्रांति की रात घने अंधेरे में रह-रहकर यहां एक ज्योति दिखती है। इस ज्योति के दर्शन के लिए दुनियाभर से करोड़ों श्रद्धालु हर साल आते हैं। सबरीमाला का नाम शबरी के नाम पर पड़ा है। वही शबरी जिसने भगवान राम को जूठे फल खिलाए थे और राम ने उसे नवधा-भक्ति का उपदेश दिया था।
सबरीमाला में अयप्पा मंदिर में जारी तीर्थ के दौरान भक्तों द्वारा ई-दान देने की व्यवस्था इसके संचालक त्रावणकोर देवसोम बोर्ड ने की है। इसके लिए मंदिर में इलेक्ट्रॉनिक हुंडी संग्रह स्थल बनाया गया है।
यहां यात्री गूगल पे और 22 क्यूआर कोड के जरिए भी भुगतान कर सकते हैं। यह क्यूआर कोड कई जगह लगाए गए हैं। वहीं यात्रा के दौरान सुरक्षा के लिए करीब 565 पुलिसकर्मी लगाए हैं।
करीब 800 साल पुराने इस मंदिर में ये मान्यता पिछले काफी समय से चल रही थी कि महिलाओं को मंदिर में प्रवेश ना करने दिया जाए। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश पर लगा प्रतिबंध हटा दिया है।
