कन्नौज: कन्नौज शहर के चिपट्टी मोहल्ला निवासी इत्र एवं कंपाउंड कारोबारी पीयूष जैन के घर दूसरे दिन चली छापेमारी के दौरान बड़ा नोटों का जखीरा सामने आया। इत्र एवं कंपाउंड कारोबारी पीयूष जैन के घर बने तहखाने में रुपयों से भरे आठ बोरे और बड़ी संख्या में सोने के बिस्किट टीम के हाथ लगे हैं। भारी रकम टीम के हाथ लगते ही कानपुर से रुपये गिनने वाली मशीन लेकर एक टीम आ गयी है। कारोबारी के घर में कई जगह बने तहखाने और दीवारों में बनाए गए लॉकरों को खोजने के लिए लखनऊ से आर्किटेक्ट टीम को भी बुलाया है।
टीम के अधिकारियों का मानना है कि मकान और पास ही बनी गोदाम में कई ऐसे तहखाने और दीवारों में लॉकर है इन्हें खोजना मुश्किल है। इस कारण रविवार सुबह लखनऊ से आर्किटेक्ट इंजीनियरों की टीम को भी बुलाया गया है। बड़ी संख्या में करोड़ों रुपए और सोना मिलने की जानकारी पर मौके पर कई थानों की फोर्स को भी लगा दिया गया है। टीम के अधिकारियों ने केंद्रीय पुलिस बल की भी मांग की है।
कारोबारी पीयूष जैन को जीएसटी इंटेलिजेंस की टीम ने कानपुर या कन्नौज में किसी गुप्त ठिकाने पर रखा है। छापेमारी और तलाशी के दौरान जरूरत पड़ने पर अधिकारी फोन पर उससे बात भी करते हैं। डीजीजीआई की टीम ने लखनऊ के पुरातत्व विभाग के अफसरों से संपर्क किया है। रविवार को पुरातत्व विभाग की टीम उपकरणों के माध्यम से नोट, गहने आदि का पता लगाएगी।
पीयूष जैन के एक बड़े परिसर में कुल चार मकान बने हैं। बेहद रहस्यमयी ढंग से बनाए गए इन मकानों में आने जाने के लिए कुल आठ दरवाज़े हैं। ये मकान आपस में जुड़े नहीं हैं, इसलिए अधिकारियों को एक से दूसरे में जाने के लिए बाहर निकलना पड़ता है।