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इसलिए मनाया जाता है वर्ल्ड साइकिल डे, ऐसे हुई थी इसकी शुरुआत

पर्यावरण के अनुकूल, सबसे सस्ता और हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहतर परिवहन का माध्यम साइकिल है. साइकिल इतिहास की हैरतअंगेज खोजों में से एक है. ये परिवहन के लिए टिकाऊ, स्वच्छ, भरोसमंद, किफायती, सुगम, सरल और इस्तेमाल में आसान है.

वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन की मानें तो बढ़िया सेहत पाने के लिए वॉकिंग और साइक्लिंग एक सबसे बढ़िया माध्यम है. संयुक्त राष्ट्र ने साल 2018 में इस दिन को घोषित किया था. माना जाता है कि सबसे पहले जर्मनी में 18वीं शताब्दी में इसका अविष्कार हुआ था.

इस दौरान संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों, राजनयिकों, एथलीटों, साइकिलिंग समुदाय के अधिवक्ताओं सहित बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया था. यह दिवस लेसजेक सिबिल्स्की के कैंपेन व तुर्कमेनिस्तान और 56 अन्य देशों के समर्थन का परिणाम है.

इस बार ‘वर्ल्ड बाइसिकल डे 2021’ की थीम ‘यूनीकनेस, वर्सेटैलिटी, लॉन्गिविटी ऑफ द बाइसिकल एंड सिंपल, सस्टेनेबल, एफोर्डेबल मीन्स ऑफ ट्रांसपोर्टेशन’ रखी गई है जो कि पूरी तरह से लोगों को साइकिल चलाने के प्रेरित कर रही है.

बता दें कि रोजाना साइकिल चलाने से मस्तिष्क भी अधिक सक्रिय रहता है, जो कैचिंग पावर को बढ़ाता है. इसलिए आप भी रोजाना साइकिलिंग कीजिए और अपनी इम्युनिटी को सेहतमंद बनाइये.

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