भाजपा: मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने ट्वीट कर कहा कि वह परिवार के सदस्यों को सभी बंधनों से मुक्त करती हैं। उमा भारती ने ऐलान किया कि अब उन्हें दीदी मां कहा जाएगा। आपको बता दें कि वरिष्ठ भाजपा नेता उमा भारती ने ट्वीट्स की एक श्रृंखला में घोषणा की है कि वह सभी संबंधों को त्याग देंगी और उन्हें केवल “दीदी मां” के रूप में जाना जाएगा। उग्र राजनेता, राम मंदिर आंदोलन के सबसे प्रमुख नेताओं में से एक और राष्ट्रीय राजनीति में भाजपा के उदय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली उमा भारती ने पिछले दो दिनों में 27 ट्वीट पोस्ट किए। इससे उनकी राजनीति से संन्यास की अटकलें लग रही हैं।
उमा भारती ने ट्वीट किया, “जैन मुनि आचार्य विद्यासागर महाराज ने मुझे सभी व्यक्तिगत संबंधों और नामों को त्यागने का आदेश दिया है। मुझे केवल दीदी मां कहा जाना चाहिए और भारत के सभी नागरिकों को अपनाकर भारती को सार्थक बनाना चाहिए। पूरा विश्व समुदाय मेरा परिवार होना चाहिए।”
कुछ ट्वीट्स में, वह अपनी ही पार्टी, भाजपा से मोहभंग का संकेत देती दिखाई दीं। एक ट्वीट में, उमा भारती ने कहा, “मेरे परिवार, मेरे भाइयों, भतीजों और भतीजी ने मुझे राजनीति में बहुत समर्थन दिया और यहां तक कि अपनी जान भी दांव पर लगा दी। मुझे भाजपा और कांग्रेस दोनों के शासन में झूठे मामले, उत्पीड़न और कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।” उमा भारती कुछ समय से सक्रिय राजनीति से दूर हैं।
पूर्व केंद्रीय मंत्री और मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, “मैंने यह भी निश्चय किया था कि संन्यास दीक्षा के 30वें वर्ष से मैं उनके आदेशों का पालन करना शुरू कर दूंगी। विद्यासागर महाराज ने 17 मार्च, 2022 को सभी संतों की उपस्थिति में सार्वजनिक रूप से मुझे यह निर्देश दिया। मैं अपने परिवार के सदस्यों को सभी बंधनों से मुक्त करती हूं और 17 को मैं स्वयं बंधन मुक्त हो जाऊंगी। मेरी दुनिया और परिवार बहुत व्यापक हो गए हैं। अब मैं पूरे विश्व समुदाय की दीदी मां हूं, मेरा कोई निजी परिवार नहीं है।”