India

BREAKING NEWS: संजय अरोड़ा ने संभाला आईटीबीपी का पदभार, पंकज कुमार सिंह बने बीएसएफ के नए डीजी

नियुक्ति: भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के 1988 बैच के अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने मंगलवार को सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के नये महानिदेशक (डीजी) के रूप में पदभार संभाल लिया जबकि उनके बैच के साथी संजय अरोड़ा ने भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) की कमान संभाली।

सुरक्षा बल में पहली बार पिता के बाद पुत्र भी बना डीजी
राजस्थान काडर के आईपीएस अधिकारी सिंह, सीमा सुरक्षा बल के विशेष महानिदेशक के रूप में कार्यरत थे। बीएसएफ पर पाकिस्तान और बांग्लादेश के साथ लगती 6,300 किलोमीटर से अधिक लंबी भारतीय सीमा की सुरक्षा की जिम्मेदारी है और इसमें लगभग 2.65 लाख कर्मी हैं।

सिंह के पिता एवं 1959 बैच के सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी प्रकाश सिंह ने भी जून, 1993 से जनवरी, 1994 तक बीएसएफ का महानिदेशक के रूप में नेतृत्व किया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली कैबिनेट की नियुक्ति समिति (एसीसी) ने 25 अगस्त को सिंह को नये बीएसएफ महानिदेशक के रूप में नियुक्त करने का आदेश जारी किया था। दोनों नये डीजी ने 1984 बैच के आईपीएस अधिकारी एस एस देसवाल से पदभार ग्रहण किया, जो मंगलवार को सेवानिवृत्त हुए। देसवाल बीएसएफ के डीजी का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे थे।

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Most Popular

Uncategorized

उत्तर प्रदेश पुलिस का सिपाही मिशन शक्ति जैसे अभियान को दिखा रहा ठेंगा!दो बीवियों के बीच फसा उत्तर प्रदेश पुलिस का सिपाही,एक बीवी घर तो दूसरी को ले तैनाती क्षेत्र में रह रहा था! घर वालों को पता चलने पर दूसरी को छोड़ा तो दूसरी बीवी ने किया मुकदमा!उत्तर प्रदेश में कानून का रखवाला ही कानून की धज्जियां उड़ा रहा,शादीशुदा होने के बावजूद कई सालों से दूसरी महिला को पत्नी बनाकर साथ में रह रहा था! बताते चलें कि देवरिया जिले का सिपाही ना०पु०062620433 रवि प्रताप जो पहले से शादीशुदा था महाराजगंज में तैनाती के दौरान महाराजगंज की एक महिला को भी अपनी पत्नी बनाकर साथ में रखा हुआ था! कई सालों तक साथ में रहने के बाद जब घर वालों को पता चला तो वह दूसरी बीवी को छोड़कर भागने के फिराक में लग गया! लेकिन दूसरी बीवी उसे भागता देख जिले के ही पुलिस अधीक्षक के पास शिकायत लेकर पहुंची और सिपाही रवि प्रताप के खिलाफ 376,और 493/506, समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है! अब सवाल यह उठ रहा है कि ऐसी धाराओं में मुकदमा दर्ज होने के बाद भी सिपाही रवि प्रताप निश्चिंत होकर अपनी ड्यूटी गोंडा जिले के जीआरपी में कर रहा है और कानून के बीच के बीच फसाकर दूसरी बीवी को प्रताड़ित कर रहा है!आपको बताते चलें कि महाराजगंज जिले में यह मामला काफी चर्चा में रहा है लेकिन विभागीय होने के नाते पुलिस विभाग के द्वारा भी आज तक ना तो सिपाही रवि प्रताप को गिरफ्तार किया गया ना ही उसकी दूसरी पत्नी के लिए न्याय संगत कोई कदम उठाया गया! कागजी कार्यवाही में कोटा पूर्ति करके सिर्फ महिला को थाने कचहरी और कोर्ट तक भगाया गया अब प्रश्न यह उठता है कि जब एक व्यक्ति कई सालों तक उक्त महिला के साथ रह रहा था तो ऐसे में उस महिला के ऊपर पड़ने वाले खर्च का भार कौन उठाएगा और किस के भरोशे न्याय के नियत दर-दर भटकेगी! बात करने पर सिपाही रवि प्रताप की दूसरी पत्नी ने बताया कि सिपाही रवि प्रताप के रिश्तेदारों के द्वारा उसे जान से मारने की धमकी भी मिल रही है और तरह-तरह के कूट रचित योजनाओं सेवा किसी भी तरीके से मामले को सुलह के रास्ते पर ले जाना चाहता है! उक्त प्रकरण में जो कि मामला गिरफ्तारी का है कि बावजूद कानून व्यवस्था को ही इस्तेमाल कर उक्त सिपाही इस मामले से निकल अपनी रोटी सेक दूसरी महिला के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहा है! जहां उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मिशन शक्ति अभियान के तहत महिलाओं की सुरक्षा और उनके जीवन को मजबूत रखने के लिए तरह-तरह के कानून बना रहे हैं वहीं ऐसे भ्रष्ट और अयाश कानून के रखवाले सारे कानून को तोड़ सरकार की मंशा पर पानी फिरने का काम कर रहे हैं!(साक्ष्य मौजूद)

To Top