मजबूती: सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति ने वायुसेना के लिए 56 सी-295 एमडब्ल्यू मालवाहक विमान खरीदने की मंजूरी दे दी। करार के तहत भारत को स्पेन से चार साल में 16 तैयार विमान मिलेंगे, जबकि शेष 40 विमान भारत में ही बनाए जाएंगे। इससे जहां सरकार के आत्मनिर्भर भारत अभियान को प्रोत्साहन मिलेगा, वहीं वायुसेना को और मजबूती मिलेगी। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि इस प्रोजेक्ट से देश में बड़े पैमाने पर रोजगार का सृजन होगा। उम्मीद है कि 600 उच्च कौशल वाले प्रत्यक्ष रोजगार के अलावा 3000 से ज्यादा परोक्ष और 3000 मध्यम दर्जे के कौशल वाले रोजगार के अवसर पैदा होंगे
भारत में 40 मालवाहक विमान को टाटा कंसोर्टियम करार पर हस्ताक्षर होने के बाद 10 साल के अंदर तैयार करेगा। इन सभी विमानों में स्वदेशी इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सुइट लगाए जाएंगे। रक्षा मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि यह अपने तरह का पहला ऐसा प्रोजेक्ट है, जिसमें किसी निजी कंपनी द्वारा भारत में सैन्य विमान बनाया जाएगा। ये विमान स्पेन की कंपनी एयरबस डिफेंस एंड स्पेस एसए से खरीदे जाएंगे। साथ ही कहा कि इससे भारतीय विमान निर्माण के इकोसिस्टम को बढ़ावा मिलेगा, जिसमें देश भर में फैली कई एमएसएमई को इन विमानों के पार्ट बनाने में शामिल किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट से घरेलू विमान उत्पादन को बढ़ावा मिलने के साथ ही आयात पर निर्भरता में कमी आएगी और निर्यात को बढ़ावा मिलेगा।
पुराने एवरो विमान का स्थान लेंगे
वायुसेना के पुराने एवरो विमान का स्थान सी-295 एमडब्ल्यू लेंगे, यह एक मालवाहक विमान है और इसकी क्षमता पांच से 10 टन की है। युद्धक स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया और पैरा ड्रॉपिंग के लिए विमान में पीछे की ओर रैम्प गेट बनाया गया है।
