हिजाब विवाद: कर्नाटक की छात्राओं के स्कूल में हिजाब पहनने के मामले में कोर्ट का फैसला भले ही आ गया है, लेकिन अभी भी यह विवाद थमता नहीं दिख रहा है। हिजाब विवाद पर कर्नाटक उच्च न्यायालय के फैसले के बाद सोमवार, 28 मार्च से राज्य में बोर्ड परीक्षाएं शुरू होने जा रही हैं।
लेकिन हिजाब पहनने पर प्रतिबंध के कारण सियासत और विवाद अभी जारी है। इस बीच, रविवार को कर्नाटक के शिक्षा मंत्री बीसी नागेश ने दो टूक कहते हुए स्पष्ट कर दिया कि छात्राएं हिजाब पहनकर स्कूल परीक्षा या परीक्षा केंद्र में जा सकती है, लेकिन परीक्षा कक्ष में प्रवेश से पहले उन्हें हिजाब उतारना ही होगा।
कर्नाटक के प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा मंत्री बीसी नागेश ने कहा कि राज्य बोर्ड की 10वीं कक्षा की परीक्षा सोमवार से शुरू हो रही है और 11 अप्रैल को समाप्त होगी। परीक्षाओं के दौरान किसी भी छात्रा को हिजाब पहनने की अनुमति नहीं होगी। परीक्षा राज्य भर के 3,440 केंद्रों में 40,000 से अधिक कक्षों में आयोजित की जा रही है। इस साल परीक्षा में 8.76 लाख से अधिक परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं।
मंत्री ने कहा कि कर्नाटक हाईकोर्ट के आदेशानुसार, हमने परीक्षा के दौरान हिजाब पहनने की अनुमति नहीं दी है। हमने स्पष्ट कर दिया है कि वे छात्राएं हिजाब पहनकर कैंपस में आ सकती हैं लेकिन वे इसे पहनकर परीक्षा कक्ष में नहीं जा सकेंगी। उन्होंने कहा कि परीक्षा छोड़ने वालों की दोबारा परीक्षा भी नहीं कराई जाएगी। वहीं, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने छात्रों से बिना किसी डर और चिंता के परीक्षा देने की अपील की है। सीएम ने कहा कि शिक्षा विभाग और गृह विभाग ने परीक्षा के सुचारू संचालन के लिए व्यवस्था की है। मैं बच्चों से स्वतंत्र रूप से, साहसपूर्वक परीक्षा देने की अपील करता हूं।
