जापान: जापान पूर्व पीएम शिंजो आबे को 8 जुलाई को एक चुनावी सभा के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, अब जापान की सरकार ने देश के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे का अब राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार करने का फैसला किया है। कैबिनेट ने 27 जुलाई को उनका अंतिम संस्कार करने पर अपनी अंतिम मुहर भी लगा दी है। बता दें, आबे का निजी तौर पर अंतिम संस्कार टोक्यो के एक मंदिर में किया जा चुका है।
सरकार के इस फैसले को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर बहस छिड़ गई है। कुछ आलोचकों ने इसे एक विभाजनकारी राजनीतिक हस्ती के महिमा मंडन का प्रयास करार दिया है। मुख्य कैबिनेट सचिव हिरोकाजू मात्सुनो ने कहा, जापान के सबसे लंबे समय तक पीएम रहे आबे के उत्कृष्ट योगदानों, आर्थिक सुधार, कूटनीति को बढ़ावा देने व विभिन्न क्षेत्रों में बेमिसाल नेतृत्व और 2011 में आई सुनामी के बाद हालात को पटरी पर लाने में उनके प्रयासों को देखते हुए उनका राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाना उचित है।
मात्सुनो ने कहा कि ‘निप्पोन बुडोकन’ में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार होगा जो गैर धार्मिक कार्यक्रम होगा।मंत्रिमंडल के निर्णय को लेकर विपक्षी नेताओं और आम लोगों की ओर से मिलीजुली प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। कुछ लोगों ने कर से अर्जित धन खर्च करने का विरोध किया है जबकि कुछ ने सत्तारूढ़ पार्टी पर आबे के महिमामंडन और उनकी मौत का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया है।
आबे के आलोचक उन्हें बेहद विभाजनकारी नेता मानते हैं। एक नागरिक समूह ने टोक्यो जिला अदालत से राजकीय अंतिम संस्कार के निर्णय पर रोक लगाने का आग्रह किया है। आपको बता दे कि आबे की हत्या के बाद हुए चुनाव में उनकी पार्टी को रिकॉर्डतोड़ बहुमत मिला है, लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी अपने गठबंधन सहयोगी कोमिटो की मदद के बिना आधी से अधिक सीटें जीतने में कामयाब हो गई l
