महराजगंज। देशभक्ति और एकता के रंग में सराबोर माहौल उस समय देखने को मिला जब पुलिस कार्यालय महराजगंज में राष्ट्रगीत ‘वंदे मातरम्’ के 150 गौरवशाली वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में सामूहिक गायन कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक महराजगंज के नेतृत्व में समस्त अधिकारी एवं कर्मचारीगणों ने एक स्वर में ‘वंदे मातरम्’ गाकर भारत माता के प्रति अपनी श्रद्धा और एकजुटता का संदेश दिया।
कार्यक्रम का उद्देश्य केवल राष्ट्रगीत का गायन नहीं था, बल्कि यह उस भावना को पुनर्जीवित करने का प्रयास था जिसने आज़ादी के आंदोलन में करोड़ों भारतीयों को एक सूत्र में बाँधा था।
पुलिस अधीक्षक ने इस अवसर पर कहा कि *‘वंदे मातरम्’ केवल एक गीत नहीं, बल्कि यह हमारे राष्ट्रीय स्वाभिमान, एकता और त्याग का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि आने वाली पीढ़ियों को इस गीत के ऐतिहासिक और भावनात्मक महत्व से अवगत कराना आवश्यक है।
गौरतलब है कि बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय द्वारा रचित ‘वंदे मातरम्’ का प्रथम प्रकाशन 1875 में हुआ था, जिसने आज़ादी की लड़ाई के दौरान देशभर में जन-जन के मन में स्वतंत्रता की लौ प्रज्वलित की थी।
कार्यक्रम के अंत में राष्ट्रगीत की गूंज से पूरा परिसर देशभक्ति की भावना से भर उठा।
पुलिस कर्मियों ने इसे “एक भारत श्रेष्ठ भारत” की दिशा में अपनी निष्ठा का प्रतीक बताया।


