विशेष वार्तालाप: प्रधानमंत्री मोदी आगामी बजट सत्र से पहले निजी क्षेत्र से सुझाव जानने के लिए लगातार बैठकें कर रहे हैं। हाल ही में उन्होंने कारोबारी सुधारों और व्यापार को आसान बनाने के मुद्दों पर प्रमुख निजी इक्विटी व उद्यम पूंजी फर्मों के साथ चर्चा की थी।
सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विभिन्न क्षेत्रों की अलग-अलग दिग्गज कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों (सीईओ) के साथ वार्ता की। बैठक में शामिल होने वाले सीईओ बैंकिंग, बुनियादी ढांचा, ऑटोमोबाइल्स, टेलीकॉम, उपभोक्ता वस्तुओं, टेक्सटाइल, नवीकरणीय ऊर्जा, हॉस्पिटैलिटी, प्रौद्योगिकी, हेल्थकेयर, अंतरिक्ष और इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र के थे। जानकारी के अनुसार इस दौरान पीएम ने उनसे अर्थव्यवस्था को बेहतर करने के लिए सुझाव मांगे और विचार जाने।
इस बैठक के दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल भी मौजूद रहे। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने साल 2015 में सभी मध्य एशियाई देशों और उसके बाद कजाकिस्तान, उज्बेकिस्तान और किर्गिज गणराज्य की अपनी यात्राओं को भी याद किया। उन्होंने इस दौरान आपसी संबंधों को और अधिक मजबूत बनाने पर जोर दिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत अपने विस्तारित पड़ोस के अपने हिस्से के तौर पर मध्य एशियाई देशों के साथ अपने लंबे समय से चले आ रहे संबंधों को बहुत महत्व देता है। प्रधानमंत्री ने यह बात कजाकिस्तान, किरग्जि गणराज्य, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उज्बेकिस्तान के विदेश मंत्रियों के साथ एक संयुक्त मुलाकात के दौरान कही थी।
