बातचीत: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें सत्र में भाग लेने के लिए आज यानी मंगलवार को अमेरिका के लिए रवाना हुए। वह इस दौरान संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें सत्र में भाग लेने के साथ-साथ अन्य देश के नेताओं के साथ मुलाकात करेंगे, इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों ने मंगलवार को फोन पर बातचीत की। जानकारी के अनुसार इस दौरान दोनों नेताओं के बीच हिंद प्रशांत क्षेत्र को लेकर बातचीत की। इसके अलावा दोनों के बीच अफगानिस्तान में हालात को लेकर भी चर्चा हुई। ऑस्ट्रेलिया ने फ्रांस के साथ चार हजार करोड़ डॉलर के पनडुब्बी के सौदे को रद्द कर दिया है।
इस टेलीफोन वार्ता को लेकर फ्रांस के राष्ट्रपति कार्यालय ने बताया कि मैक्रों और पीएम मोदी ने अफगानिस्तान में हालात को लेकर चिंता जताई। इसने कहा कि अफगानिस्तान की सत्ता मे मौजूद अधिकारियों को अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद के साथ अपने संबंध समाप्त करने चाहिए, मानवीय संगठनों को कार्य करने की अनुमति देनी चाहिए और अफगान महिलाओं के मौलिक अधिकारों का सम्मान करना चाहिए।
वहीं, विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर द्विपक्षीय बैठकों की एक श्रृंखला शुरू करने वाले हैं। इसकी शुरुआत आज न्यूयॉर्क में फ्रांस के विदेश मंत्री के साथ बैठक के साथ होगी। बता दे ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और यूनाइटेड किंगडम (यूके) ने हाल ही में ‘ऑकस’ नामक एक त्रिपक्षीय रक्षा गठबंधन किया है। इसके तहत ऑस्ट्रेलिया को परमाणु ऊर्जा से पनडुब्बी बनाने की तकनीक दी जाएगी। जिसके बाद ऑस्ट्रेलिया ने फ्रांस के साथ चार हजार करोड़ डॉलर के सौदे से हाथ पीछे खींच लिए और अब इसे लेकर फ्रांस खासा नाराज है।
चीन का मुकाबला करने के लिए यह गठबंधन हुआ है जबकि पहले से ही ‘क्वाड’ नामक एक संगठन मौजूद है। भारत ‘क्वाड’ का हिस्सा है लेकिन ‘ऑकस’ का नहीं। ‘क्वाड’ में भारत के साथ ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और जापान शामिल हैं। विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने भी साफ किया है कि दोनों संगठनों के उद्देश्य अलग हैं और ‘ऑकस’ का ‘क्वाड’ पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
