ई-निलामी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेंट किए गए प्रतिष्ठित उपहारों और स्मृति चिन्हों की ई-नीलामी का तीसरा दौर 17 सितंबर को शुरू हुआ था और सात अक्टूबर, 2021 तक वेब पोर्टल www.pmmementos.gov.in के माध्यम से आयोजित किया गया। पीएम मोदी को मिले तोहफे व उपहारों की ई-नीलामी का गुरुवार को आखिरी दिन था। प्रधानमंत्री मोदी को मिले उपहारों की ई-नीलामी में धार्मिक कलाकृतियों ने लोगों को अपनी ओर खूब आकर्षित किया। धार्मिक कलाकृतियों के अलावा ओलंपियनों के खेल उपकरणों की बोली सबसे अधिक लगी।
तीसरे दौर में ई-नीलामी के लिए कुल 1348 स्मृति चिन्ह रखे गए थे, ई-नीलामी में सबसे अधिक 140 बोलियां सरदार पटेल की मूर्ति के लिए मिली तो टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल विजेता नीरज चोपड़ा की ओर से पीएम मोदी को दी गई जैवलिन (भाला) के लिए सबसे अधिक 1.5 करोड़ रुपये की बोली लगी। अन्य जिन तोहफों के लिए सबसे अधिक बोलियां लगी हैं, उनमें गणेश जी की लकड़ी की मूर्ति (117), पुणे मेट्रो लाइन की स्मृति चिह्न (104) और विजय लौ स्मृति चिन्ह (98) शामिल हैं। भवानी देवी की ऑटोग्राफ वाली फेंस की 1.25 करोड़ रुपये की बोली लगी है l
नीरज चोपड़ा ने 16 अगस्त को आयोजित भारतीय ओलंपिक दल के सम्मान समारोह के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना भाला उपहार में दिया था। नीरज का भाला नॉर्डिक स्पोर्ट्स द्वारा निर्मित है और बाजार में इसकी कीमत 80,000 रुपये है। इसके बाद भाला समेत अन्य भारतीय एथलीटों द्वारा उपयोग किए जाने वाले ओलंपिक सामान ई-नीलामी के लिए रखे गए थे।
पीएम मोदी ने कहा था कि ई-नीलामी से होने वाली आय ‘नमामि गंगे’ पहल में उपयोग की जाएगी। नरेंद्र मोदी भारत के पहले प्रधानमंत्री हैं, जिन्होंने देश की जीवन रेखा – पवित्र नदी गंगा के संरक्षण और कायाकल्प के महान कार्य के लिए उन्हें मिले सभी उपहारों की नीलामी की है। पिछली बार सितंबर 2019 में 2,770 वस्तुओं की नीलामी हुई थी। पिछली बार भी आय की राशि नमामि गंगे योजना के लिए दान की गई थी।