चंद्रशेखर कृषि विश्वविद्यालय कानपुर के मौसम वैज्ञानिक डॉक्टर एसएन सुनील पांडे ने बातचीत करते हुए ‘ला नीना इफेक्ट’ के बारे में बताया कि इस बार पूरे भारत में भीषण ठंड पड़ने की संभावना है और इसके पीछे की मुख्य वजह ‘ला नीना इफेक्ट’ है। उन्होंने ‘ला नीना इफेक्ट’ के बारे में बताया कि जलवायु के बड़े लेकिन दिखाई देने वाले दुष्प्रभावों में से ‘ला नीना’ प्रभाव एक है।
प्रशांत महासागर में ‘ला नीना’ की वजह से बदलाव की शुरुआत होती है और इसका असर दुनिया के कई हिस्सों में देखने को मिलता है जो असामान्य से लेकर चरम मौसम के रूप में दिखाई देता है। हाल ही में भारत से मानूसन की विदाई की बाद लोगों को बहुत जल्द काफी ज्यादा ठंड झेलनी पड़ सकती है। उसी तरह से इस बार पिछले कुछ सालों की तुलना में ठंड का प्रकोप ज्यादा भीषण होने वाला है।