अफगानिस्तान में दो दशकों बाद आए तालिबान शासन ने दुनिया के शीर्ष देशों को खेमेबंदी पर मजबूर कर दिया है. यह अलग बात है कि भारत तालिबान के प्रति अलग नजरिया रखने वाले रूस और अमेरिका नीत दोनों ही खेमों में है. हाल ही में भारत ने तालिबान पर दस देशों के साथ अहम बैठक की थी. अब रूस के साथ तालिबान और चीन के खिलाफ भारत की खेमेबंदी को एक और पुख्ता आधार अगले महीने मिलने जा रहा है.
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के दिसंबर के पहले हफ्ते में भारत दौरे पर आने की संभावना बन रही है. इस दौरे के दौरान भारत-रूस के बीच कई अहम समझौतों पर बात होगी. गौर करने वाली बात यह है कि अमेरिकी प्रशासन के लिए फांस बनी रूस निर्मित एयर डिफेंस सिस्टम एस-400 की पहली खेप भी अगले महीने ही भारत पहुंचने वाली है.
